नई दिल्ली। एकदिवसीय क्रिकेट में भारत को पहली बार विश्व विजेता बनाने वाले टीम इंडिया के कप्तान कपिल देव के विश्व कप कैंपेन पर आधारित फिल्म 83 के प्रमोशन के दौरान पूर्व कप्तान बीते दिनों को याद कर भावुक हो गये। अपनी कप्तानी के दिनों को याद करते हुए कपिल देव ने बताया कि जब पहली बार उन्हें टीम की कप्तानी सौंपी गई थी तब वह काफी डरे हुए थे। कपिल देव ने बताया कि जब उन्हें कप्तान बनाया गया तो वह उस समय 'डरे हुए थे और साथ ही खुश भी थे।'
कपिल देव ने कहा, 'कई बार आपको समय से पहले चीजें मिल जाती हैं और बाद में आपको इसका अहसास होता है। मैं 23 साल का था जब मुझे कप्तान बनाया गया। मैं डरा हुआ था और साथ ही खुश भी था। मैं सोच रहा था कि मैं सीनियर खिलाड़ियों को कैसे संभालूंगा। साथ ही खुशी इस बात की थी कि सिलेक्टर्स यह सोचते थे कि मुझमें कप्तान बनने की काबिलियत है।'
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कपिल देव ने कहा कि मैदान पर मैं कप्तान था लेकिन मैदान के बाहर उनके 'हीरो' ही कप्तान थे।
उन्होंने कहा, 'मुझे थोड़ा सा अजीब लग रहा था कि क्योंकि मैं कप्तान बन गया था और मेरे हीरो मेरे अंडर खेल रहे थे। तो, मेरे लिए यह मुश्किल वक्त था... मैंने सिर्फ एक चीज सोची कि मैदान पर मैं कप्तान हूं लेकिन मैदान के बाहर वे सब मेरे कप्तान थे।'
अपने जीवन पर आधारित आने वाली फिल्म पर कपिल देव ने कहा, 'यह फिल्म मेरे बारे में नहीं है। यह फिल्म उस टीम के बारे में है जिसने 1983 का विश्व कप जीता था। हां, मैं खुशकिस्मत हूं कि रणवीर जैसा अभिनेता मेरे किरदार निभा रहा है।'
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अभिनेता रणवीर सिंह आने वाली फिल्म '83' में कपिल देव की भूमिका निभा रहे हैं। कपिल से जब फिल्म के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह फिल्म उनके बारे में नहीं बल्कि 1983 वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीतने वाली टीम के बारे में है।