कुलदीप अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे
कोच कपिल देव पांडे को लगता है कि उनके शिष्य को अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद अपनी योग्यता साबित करने के पर्याप्त मौके नहीं मिले। पांडे ने यह भी कहा कि रवि अश्विन और रवींद्र जडेजा अच्छे हैं, लेकिन यादव को दरकिनार कर दिया गया क्योंकि उनका भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और कोच के साथ कुछ विवाद भी हो सकता है। पांडे ने आगे कहा कि चोटिल होने से पहले ही यादव को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। कपिल देव पांडे ने न्यूज18 के हवाले से कहा, "अश्विन और जडेजा बेहतरीन गेंदबाज हैं, लेकिन जिस समय कुलदीप अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, तब भी उन्हें टीम में कोई मौका नहीं मिला। मेरा मानना है कि उस समय कप्तान और कोच के साथ कुछ पसंद-नापसंद के मुद्दों के कारण कुलदीप को दरकिनार कर दिया गया था। चोट से पहले ही, कुलदीप को राष्ट्रीय टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।"
लोग कहते हैं कि फॉर्म एक मुद्दा था
कपिल देव पांडे ने आगे कहा कि कुलदीप यादव को टीम मैनेजमेंट ने ज्यादा माैके नहीं दिए। उनका कहना है कि कोई भी गेंदबाज 6 गेंदों में 6 विकेट नहीं ले सकता। इसके अलावा कुलदीप को को टीम में इसलिए नहीं रखा गया था क्योंकि वह कप्तान और कोच की अच्छी किताबों में नहीं थे। कुलदीप के कोच ने कहा, "कुछ लोग कहते हैं कि उनकी फॉर्म एक मुद्दा था। लेकिन मुझे बताओ, उन्हें कितने मौके मिले? कुलदीप तो विकेट भी ले रहा था। आप किसी गेंदबाज से छह गेंदों में छह विकेट की उम्मीद नहीं कर सकते। ऐसा लगता है कि वह वास्तव में कोच और कप्तान की अच्छी किताबों में नहीं थे, और यही एकमात्र कारण था कि वह टीम में वापसी करने से चूक गए।"
वो एक विश्व स्तरीय स्पिनर है
पांडे ने यह भी कहा कि कुलदीप यादव अपने घुटने की चोट से उबर रहे हैं और इस बात की अच्छी संभावना है कि बाएं हाथ के स्पिनर को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय एकदिवसीय टीम में चुना जाएगा। पांडे ने निष्कर्ष निकाला कि कुलदीप विश्व स्तरीय स्पिन गेंदबाज हैं। उन्होंने कहा, "वह अच्छी तरह से ठीक हो रहा है और मैंने उसे भविष्य पर ध्यान केंद्रित करने और अतीत को भूलने के लिए कहा। वह एक विश्व स्तरीय स्पिनर है और उसे जल्द ही राष्ट्रीय रंग में आने की जरूरत है। अच्छे की कामना करते है। अगर वह शत-प्रतिशत फिट हो जाता है तो संभावनाएं अच्छी हैं।" बता दें कि कुलदीप 7 टेस्ट मैचों में 26 विकेट ले चुके हैं, जबकि वनडे में 65 मैचों में 107 विकेट उनके नाम दर्ज है। 23 टी20आई मैचों में उन्होंने 41 विकेट लिए हैं।