तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts
 

'2011 में गौतम गंभीर के लिए डॉग-फाइट हुई थी', केकेआर के CEO ने किया खुलासा

नई दिल्‍ली: कोलकाता नाईट राइडर्स की टीम आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली टीमों में से एक है। हालांकि इसके शुरूआती तीन सीजरन बेहद खराब बीते। पहले सीजन में छठे, दूसरे सीजन में आखिरी, जबकि तीसरे सीजन में फिर छठे नंबर पर रही। लेकिन साल 2011 में हुए चाैथे सीजन में इनकी किस्मत बदल गई। वो बदली गाैतम गंभीर के जुड़ने से। गंभीर ने साल 2011 से टीम की कप्तानी संभाली फिर दो खिताब(2012-2014) दिलाए। हालांकि जब गंभीर की बोली लगी थी तो केकेआर के सीईओ काफी नवर्स थे। उन्होंने बताया कि कैसे गंभीर को खरीदने के लिए डाॅग-फाइट हुई थी।

गंभीर के आने से केकेआर का भाग्य बदला। हालांकि गंभीर अब संन्यास ले चुके हैं, लेकिन उनकी गिनती आईपीएल के महान कप्तानों में की जाती है। केकेआर सीईओ वेंकी मैसूर ने हाल ही में द आरके शो पर खुलासा किया कि गंभीर को फ्रेंचाइजी ने क्‍या रणनीति बनाकर खरीदा था।

IPL 2020 : रैना को सता रही है सुशांत की याद, शेयर किया भावुक कर देने वाला वीडियोIPL 2020 : रैना को सता रही है सुशांत की याद, शेयर किया भावुक कर देने वाला वीडियो

नहीं जानते थे काैन हैं गंभीर

नहीं जानते थे काैन हैं गंभीर

वेंकी मैसूर ने खुलासा किया कि जब बोली लग रही थी तो वह नहीं जानते थे कि गंभीर काैन हैं। उन्होंने कहा, 'यह सच है कि गौतम गंभीर को खरीदने से पहले मैं उन्‍हें बिलकुल भी नहीं जानता था। जहां तक मुझे याद है तो केकेआर के इतिहास में कई कभी न भूलने वाले पल रहे हैं। 2011 में पहली बार नीलामी में मैं गया था। हमारी अपनी योजनाएं थीं। मेरे साथ, एक बात यह थी कि हम कभी एक योजना पर अड़कर नहीं रहते थे। नीलामी के बर्ताव को देखते हुए हमारे पास प्‍लान ए, प्‍लान बी, प्‍लान सी तैयार रहता था।'

घबराए हुए थे वेंकी मैसूर

घबराए हुए थे वेंकी मैसूर

उन्होंने आगे कहा, 'मुझे लगा कि हम बहुत अच्छी तरह से तैयार थे लेकिन फिर भी हम काफी घबराए हुए थे। यह मेरी पहली नीलामी थी, और मैं वहां बैठा था। मालिकों ने फोन किया कि ये तुम्‍हारा बच्‍चा और प्रोजेक्‍ट है। इसे तुम्‍हें चलाना है। तुम्‍हारी योजना, तुम्‍हें जाना और काम में लाना है। जब से मैं केकेआर में शामिल हुआ तब से यही योजना चल रही है। जय और जूही भी टेबल पर आकर बैठ गए। मगर टेबल पर फैसले लेते समय वो किसी में भी शामिल नहीं हुए। हमने उन्‍हें छोटे में बताया था, हमने बात की और उनके अपने आइडिया था। आखिरकार, उन्‍होंने कहा कि आपका फाइनल कॉल होगा। आप लोगों ने हमसे ज्‍यादा विचार किया होगा।'

धड़क रहा था सीईओ का दिल

धड़क रहा था सीईओ का दिल

मैसूर ने कहा, 'मैं वहां बैठा था और उम्‍मीद कर रहा था व अपनी प्रार्थनाओं में कुछ कह रहा था। मेरा दिल जोर से धड़क रहा था। मैं अन्‍य टीमों और मालिकों के पहचान वाले चेहरे देख रहा था और वो सभी अपनी-अपनी टेबल पर बैठे थे। फिर मैंने अपने आप से कहा, यह अभ्‍यास मैच की तरह है- जैसे बल्‍लेबाज को क्रीज पर आने से पहले कुछ नॉक-डाउन की जरूरत होती है। तो मैंने सोचा कि कुछ नामों को नीलामी में आने दो, जिसमें हमारी रुचि नहीं है। फिर देखते हैं कि क्‍या होता है। नीलामी में सबसे पहला नाम गंभीर का आया, जिसे सुनकर हम सब भौचक्‍के रह गए। यह अविश्‍वसनीय था। हम दृढ़ निश्‍चयी थे। हमारे पास बजट थे और हमारी रणनीति में रकम को लेकर ब्रेक-अप भी थे। मेरे दिल ने कहा कि गौतम गंभीर को खरीदना सही होगा। कोच्चि टीम भी उन्‍हें खरीदने के लिए बराबरी से प्रोत्‍साहित थी। इसके लिए डॉग-फाइट हुई। शेष इतिहास है।' बता दें कि गंभीर के 2018 में फ्रेंचाइजी को छोड़ने के बाद दिनेश कार्तिक को केकेआर का कप्‍तान बनाया गया है।

Story first published: Tuesday, August 25, 2020, 15:28 [IST]
Other articles published on Aug 25, 2020
POLLS
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Yes No
Settings X