शानदार रहा है केकेआर के लिए गंभीर का प्रदर्शन
नाइट राइडर्स ने वेस्ट इंडीज के दो खिलाड़ियों ऑलराउंडर आंद्रे रसेल और स्पिनर सुनील नरेन को रिटेन किया है। मगर बेहद प्रभावी रेकॉर्ड वाले गंभीर को नजरअंदाज किया गया है। गंभीर ने अपनी कप्तानी में कोलकाता टीम को दो बार चैंपियन बनाया है। वह 148 मैचों में 4132 रन बना चुके हैं जिसमें 35 हाफ सेंचुरी शामिल हैं। वहीं गंभीर कोलकाता की टीम के साथ 2011 से लेकर 2017 तक जुड़े रहे। इस दौरान उन्होंने 2537 रन बनाए। यही नहीं, उन्होंने अपनी टीम के दो बार- 2012 और 2014 में आईपीएल का खिताब जीतने में भी अहम रोल निभाया।
तो अभी भी केकेआर के पास है गंभीर को रिटेन करने का मौका
लेकिन आपको एक बात बता दें कि गंभीर को रिटेन करने का मौका अभी कोलकाता ने गंवाया नहीं है। जी हां, दरअसल इसी महीने 27 औऱ 28 जनवरी को आईपीएल की नीलामी होगी। तब केकेआर के पास मजबूत विकल्प होगा गंभीर को रिटेन करने का। दरअसल अभी केकेआर ने केवल दो खिलाड़ियों को रिटेन किया है। जबकि नियम के मुताबिक कोई भी टीम अधिकतम 5 खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती है। अब जब दो खिलाड़ी केकेआर रिटेन कर चुकी है तो ऐसे में अब उसके पास 'राइट टू मैच' का विकल्प बचा है।
पहले जानिए राइट टू मैच होता क्या है?
राइट टू मैच के मुताबिक कोलकाता गंभीर को उनकी नीलामी के समय लगाई गई बोली की रकम अदा करके अपने साथ जोड़ सकती है। उदारण के लिए समझें- अगर नीलामी के समय दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम गौतम गंभीर पर 10 करोड़ की बोली लगाती है और ये बोली फाइनल होती है तब केकेआर राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करते हुए गंभीर को 10 करोड़ रकम अदा करके अपने साथ जोड़ सकती है।
तो सच में दिल्ली के साथ जाएंगे गभीर?
अभी कुछ समय पहले एक इंटरव्यू में गौतम गंभीर ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि वे आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स को खिताब जिताना चाहते हैं। तभी अंदाजा लगाया जा रहा था कि दिल्ली के इस बल्लेबाज के अंदर अपनी घरेलू टीम को लेकर कितना प्यार भरा है। ऐसे में नीलामी के समय ये संभव है कि गंभीर को दिल्ली की टीम खरीद ले। दिल्ली की टीम रिषभ पंत, श्रेयस अय्यर और क्रिस मोरिस को पहले ही रिटेन कर चुकी है।