केप टाउन। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जा रहे तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में अफ्रीकी तेज गेंबदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों के नाक में दम करके रख दिया। अफ्रीकी पेस के आगे भारतीय बैटिंग लड़खड़ाती दिखी। दक्षिण अफ्रीका की पेस जोड़ी ने भारतीय बल्लेबाजों की उछाल भरी पिच पर जमकर परीक्षा ली है। खासतौर पर वर्नन फिलेंडर, मोर्ने मार्केल और कागिसो राबाडा ने।
वर्नन फिलेंडर ने 14.3 ओवर में 33 रन देकर 3 विकेट झटके। इस बीच उन्होंने 8 ओवर मेडन भी कराए। आज हम आपको उस शख्स के मिलवा रहे हैं जिसने फिलेंडर को वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से एक बना दिया।
फील्डिंग के दौरान फिलेंडर बार-बार पवेलिन की तरफ देखते हैं कि तभी उन्हें अचानक एक जाना पहचाना चेहरा दिखता है और मुस्कुराते हुए उन्हें वेव करते हैं। ये शख्स कोई और नहीं बल्कि वही है जिसने फिलेंडर को धाकड़ गेंदबाज बनाया।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक जब दक्षिण अफ्रीका दूसरे दिन के खेल की शुरुआत से पहले मैदान पर बाहर निकल रही होती है तब फिलेंडर राष्ट्रपति सुइट में बैठे जोहानस एडम्स को देखकर वेव करते हुए निकलते हैं।
एडम्स टाइगर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष हैं साथ ही वह फिलेंडर के अल्मा मातेर भी वह है। जब फिलेंडर छोटे बच्चे थे तब ही एडम्स ने उनमें खेल को लेकर चिंगारी को देखा। फिलेंडर के लिए एडम्स किसी पिता से कम नहीं हैं। पेशे से एक स्कूल शिक्षक एडम्स ने शनिवार को दो मौकों पर फिलेंडर को वेव किया जब उन्होंने 3/33 के आंकड़े के साथ अपने स्पेल की समाप्ती की थी।
एडम्स केप टाउन के क्रिकेट सर्किट में सबसे सम्मानित व्यक्तियों में से एक हैं। एडम्स और फिलेंडर ने एक साथ लंबा सफर तय किया है। वे पहली बार 20 साल पहले मिले थे। तब टाइगर क्रिकेट क्लब के उपाध्यक्ष ने तब अपने घर के सामने सड़क पर अपने बेटे के साथ उसके दोस्त को क्रिकेट खेलते हुए देखा था। टाइगर क्रिकेट क्लब के आधिकारिक इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने अगले दिन लड़के को क्लब में शामिल होने के लिए कह दिया।
तब वहं एडम्स की मुलाकात फिलेंडर से हुई। आज फिलेंडर सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज के अलावा दक्षिण अफ्रीका की तरफ से भी सबसे तेज 100 टेस्ट विकेट लेने वाले इंटरनेशनल गेंदबाज हैं। ये सब उन्हें तब हासिल हुआ है जब वह टीम के सबसे तेज गति से गेंद फेंकने वाले गेंदबाज भी नहीं हैं।
एडम्स फिलेंडर की तारीफ में कहते हैं, "उसके पास अच्छा रन-अप है। एक ही गेंदबाजी शैली और धैर्य रखने की गज की क्षमता है। वह बहुत कंसिस्टेंट है। वह एक ही जगह पर गेंदबाजी कर सकता है और बल्लेबाजों के धैर्य की परीक्षा लेने में महारथ है।"