बता दें कि दिल्ली और एमपी के बीच खेले जा रहे मुकाबले में यह घटना 28वें ओवर की है। दरअसल बाएं हाथ के बल्लेबाज राणा तब 26 रन बनाकर खेल रहे थे। उन्होंने बायें हाथ के स्पिनर रमीज खान की गेंद पर स्वीप शाट खेला और स्क्वायर लेग पर क्षेत्ररक्षक ने कैच लपक लिया। मध्य प्रदेश के खिलाड़ी जश्न मनाने लगे लेकिन राणा खड़े रहे। अंपायर राजीव गोदारा इसके बाद स्क्वायर लेग अंपायर नवदीप सिंह के पास पहुंचे और चर्चा के बाद दोनों ने तीसरे अंपायर (इस मामले में मैच रैफरी) से रैफरल मांगा। रीप्ले देखने के बाद मैच रैफरी नितिन गोयल ने राणा को नाटआउट करार दिया जिसके बाद एक टेस्ट, एक वनडे और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले ओझा ने आपा खो दिया। उन्होंने गोदारा की ओर अंगुली उठाकर गुस्से में प्रथम श्रेणी अंपायर के रूप में उनकी क्षमता पर सवाल उठाए। इस बीच करीब 20 मिनट तक खेल रुका रहा। बता दें कि नमन ओझा के इस बर्ताव से उऩको भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।