नई दिल्ली। मैच फिक्सिंग की आड़ में आकर कई क्रिकेटरों ने अपना नाम तो बदमाम किया, साथ ही अपनी राष्ट्रीय टीम को भी बेइज्जत किया। ऐसा करने में हालांकि पाकिस्तानी क्रिकेटर्स हमेशा आगे ही नजर आए हैं। कोई घरेलू मैच हो या टी20 टूर्नामेंट, फिक्सिंग का शिकार होकर कई पाकिस्तानी क्रिकेटर्स अपना करियर बर्बाद कर चुके हैं। पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज नासिर जमशेद पर भी फिक्सिंग का आरोप लगा था। उनपर 2016 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग(बीपीएल) और पाकिस्तान प्रीमियर लीग(पीएसएल) में एक टी20 मैच फिक्स करने का आरोप लगा था। उनपर यह भी आरोप लगा कि उन्होंने 2 साथी खिलाड़ियों को भी इसके लिए उकसाया था।
जमशेद ने पहले आरोप से इनकार किया था, लेकिन इंग्लैंड के मैनचेस्टर में सोमवार को सुनवाई के दौरान अपनी याचिका बदल दी। जमशेद ने कबूला कि हां उन्होंने फिक्सिंग की थी और 2 खिलाड़ियों को भी इसके लिए पैसे दिए थे। बता दें कि जमशेद ने यूसुफ अनवर और मोहम्मद एजाज को फिक्सिंग करने के लिए उकसाया था फिर उन्हें खुज रिश्वत भी दी थी। अब इस मामले में फरवरी में तीनों को सजा सुनाई जाएगी।
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वकील एंड्रयू थॉमस ने कहा, ''एक अंडरकवर पुलिस अधिकारी ने खुद को फिक्सिंग गिरोह का सदस्य बताते हुए स्पॉट फिक्सिंग के नेटवर्क में जगह बनाई। उन्होंने 2016 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग में फिक्सिंग करने की कोशिश की और फरवरी 2017 में पाकिस्तान सुपर लीग में फिक्सिंग का खुलासा किया। दोनों मामलों में टी-20 टूर्नामेंट में एक ओपनर ने पैसे लेकर एक ओवर की पहली दो गेंद पर रन नहीं बनाने की सहमति दी थी।''
बता दें कि जमशेद ने पीएसएल में 9 फरवरी को इस्लामाबाद युनाइटेड और पेशावर जल्मी के बीच दुबई में खेले गए मैच में खिलाड़ियों को फिक्सिंग के लिए उकसाया था। बता दें कि जमशेद पर पहले से ही 10 साल का बैन लगा हुआ है।