मुंबई इंडियंस के दिग्गजों ने दिया साथ
नितीश राणा मुंबई इंडियंस की टीम में आने से पहले दिल्ली की टीम का हिस्सा थे, लेकिन जब उन्हें टीम से बाहर किया गया तो वह काफी परेशान थे, लेकिन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और महेला जयवर्धने की सलाह राणा के लिए काम कर गई। विजय हजारे ट्रॉफी के तीन मैचों के बाद राणा को टीम से बाहर कर दिया गया था, जिसके बाद उन्हें मुंबई की टीम में चुना गया। मुंबई टीम का हिस्सा बनने के बाद सचिन तेंदुलकर और महेला जयवर्धने से उनकी बात हुई।
तकनीक पर दिलाया भरोसा
राणा ने कहा कि जब मैं मुंबई इंडियंस का हिस्सा बना तो मैं जब जयवर्धने और सचिन सर के साथ रोहित भाई से बात की, उन्होंने मुझे क्रिकेट के बारे में काफी कुछ समझाया, उन्होंने बताया कि मेरी तकनीक में कोई खामी नहीं है, यही नहीं मैं अपनी तकनीक के बारे में जरूरत से ज्यादा सोच रहा हूं, मुझे खुलकर खेलना चाहिए। राणा ने सचिन के साथ अपने अनुभव के बारे में बताया कि मुंबई इंडियंस मे आने के बाद दिग्गजों से जुड़ने के बाद मुझे इस बात का एहसास हुआ कि मुझे चिंता करने की जरूरत नहीं है, मैंने अपनी टीम के दिग्गजों से काफी कुछ सीखा है और मुझे काफी कुछ समझ में आया कि कैसे अलग-अलग परिस्थितियों में खेलना चाहिए।
मुंबई इंडियंस की जीत में अहम
गौरतलब है कि 23 वर्षीय नितीश राणा ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच में महज 29 गेंदों पर शानदार अर्धशतक लगाया था और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी, यही नहीं उन्होंने बुधवार को सनराईजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में भी 45 रनों की काफी अहम पारी खेली थी, उनकी पारी की बदौलत टीम को लगातार दो जीत हासिल हुई।
गंभीर ने दिया था साथ
आपको बता दें कि घरेलू क्रिकेट में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करने वाले नितीश राणा को जब अंति रणजी मैच से निकाला गया और विजय हजारे ट्रॉफी से महज तीन मैच के बाद उन्हें टीम से बाहर किया गया तो टीम के कप्तान गौतम गंभीर ने उनके लिए अपने कोच केपी भास्कर से काफी बहसबाजी की थी। गंभीर राणा को पिछले 10-12 सालों से जानते हैं और उन्ही के क्लब में खेलते हैं। ऐसे में जब टीम से उन्हें निकाला गया तो उन्होंने कहा कि इसमे तुम्हारी कोई गलती नहीं है।