1870 के दशक के सबसे महान स्लो बॉलर
जेम्स साउथरटन ने 1854 से 1879 के बीच फर्स्ट क्लास क्रिकेट काफी खेला था और करियर की धीमी शुरुआत के बाद वह 1870 के दशक के सबसे महान स्लो बॉलर के तौर पर उभरे। इतना ही नहीं उनके नाम टेस्ट क्रिकेट इतिहास का ऐसा रिकॉर्ड भी है जिसको क्रिकेट में अब तक का सबसे पुराना रिकॉर्ड माना जाता है जो अभी तक टूट नहीं सका।
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जेम्स साउथरटन ने इंग्लैंड की टीम का प्रतिनिधित्व क्रिकेट इतिहास के सबसे पहले टेस्ट मैच में किया था।
उम्र उस समय 49 साल 119 दिन थी-
यह मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच आज ही के दिन (15 मार्च) 1877 को खेला गया था। जेम्स साउथरटन की उम्र उस समय 49 साल 119 दिन थी। इससे पहले वह काफी फर्स्ट क्लास मुकाबले खेल चुके थे लेकिन टेस्ट क्रिकेट में यह उनका पदापर्ण था। यह क्रिकेट इतिहास में अब तक सबसे ज्यादा उम्र में टेस्ट डेब्यू करने का अनोखा रिकॉर्ड है जो आज तक टूट नहीं पाया है।
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह मुकाबला मेलबर्न में खेला गया था।
केवल 2 ही टेस्ट खेल पाए जेम्स साउथरटन
इस मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था और जेम्स साउथरटन को दूसरे बॉलिंग चेंज के तौर पर गेंदबाजी के लिए उतारा गया था। दिन की समाप्ति पर उन्होंने 40 रन देकर 2 विकेट लिए थे और अगले दिन भी उनको 1 विकेट मिला।
वे हालांकि उम्र के चलते गिरते प्रदर्शन के कारण दो ही टेस्ट मैच खेल पाए जिसमें उन्होंने 7 विकेट लिए और औसत 15.28 का रहा।
संन्यास के केवल 10 माह बाद चल बसे-
जेम्स साउथरटन ऐसे सबसे पहले मरने वाले टेस्ट क्रिकेटर भी बने जब वे क्रिकेट से संन्यास के केवल 10 महीने बाद ही बीमारी के चलते चल बसे। केवल 52 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई थी।
वे एक उम्दा निचले क्रम के बल्लेबाज के अलावा एक अच्छे स्लिप फील्डर भी थे। 1867 के दौरान उन्होंने तीन काउंटी का प्रतिनिधित्व किया जिसमें हैंपशायर, सरे और ससेक्स शामिल हैं। अपने जीवन के आखिरी साल में वे प्रसिद्ध पब 'क्रिकेटर्स' के लैंडलॉर्ड थे।