नई दिल्ली: आतंक में चपेट में आए पाकिस्तान के क्रिकेट के लिए सोमवार (30 सितंबर) का दिन बेहद खास रहा। साल 2009 में श्रीलंका की टीम बस के ऊपर हुए आतंकी हमले के बाद से पहली बार पाकिस्तान की सरजमीं पर टेस्ट खेलने वाली किसी टीम ने मैच खेला और यह टीम श्रीलंका ही था। पाकिस्तान के लिए सोने पर सुहागा यह रहा कि उसने कराची में अपने दर्शकों के सामने शानदार प्रदर्शन करते हुए वनडे सीरीज का दूसरा मैच 67 रनों से जीत लिया। इस सीरीज का पहला मैच बारिश के कारण धुल गया था और उसमें टॉस तक नहीं हो सका था।
2009 के बाद से केवल जिम्बाब्वे की टीम पाकिस्तान दौरे गई थी जो साल 2015 में हुआ था। लेकिन उस दौरे के बाद भी पाक घरेलू क्रिकेट में इंटरनेशनल मैचों को लेकर कोई फायदा नहीं हुआ था। इस बार श्रीलंका के रूप में एक बड़ी क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया है और इस दौरे को पाकिस्तान में फिर से इंटरनेशल क्रिकेट को स्थापित करने की बड़ी उम्मीद के रूप में देखा जा रहा है। पाकिस्तान की इस जीत में बाबर आजम और उस्मान शिनवारी ने अहम भूमिका निभाई।
INDvSA, Test: सबसे ज्यादा रन, विकेट, उच्चतम स्कोर, पार्टनरशिप, हेड टू हेड रिकॉर्ड
पाकिस्तान ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। बाबर ने एक बार फिर से अपनी क्लास दिखाते हुए 105 गेंद पर 115 रन (105 गेंद, 8 चौके, 4 छक्के) बनाए। इसके अलावा सलामी बल्लेबाज फखर जमां ने भी 54 रनों (65 गेंद, 6 चौके और एक छक्का) का योगदान किया जिसकी बदौलत टीम का स्कोर 50 ओवर में 7 विकेट पर 305 रन बनाए।
उसके बाद गेंदबाज में भी पाकिस्तान ने श्रीलंका को कहीं भी टिकने नहीं दिया और बाए हाथ के तेज गेंदबाज उस्मान शिनवारी ने 5 विकेट झटक कर मेहमान टीम को पस्त कर दिया। शिनवारी मैन ऑफ द मैच भी चुने गए। उन्होंने श्रीलंका का टॉप ऑर्डर जहां धराशाई किया तो वहीं लोअर मिडिल ऑर्डर पर शेहन जयसूर्या (96 रन, 109 गेंद, 7 चौके और एक छक्का) और दासुन शनाका (68 रन, 80 गेंद, 6 चौके, 2 छक्का) को भी चलता किया। श्रीलंका की ओर से केवल यही दोनों बल्लेबाज चल सके। दोनों टीमों के बीच यह तीन मैचों की वनडे सीरीज है जिसका तीसरा मैच 2 अक्टूबर को कराची के नेशनल स्टेडियम में ही खेला जाएगा।