8 महीने का लगा था प्रतिबंध
पृथ्वी शॉ पर आईपीएल 2019 के बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से पहले 8 महीने का प्रतिबंध लगा था। दरअसल पृथ्वी शॉ डोप टेस्ट में फेल हो गए थे। बीसीसीआई की ओर से कहा गया था कि पृथ्वी शॉ ने अनजाने में प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन कर लिया है जोकि कफ सिरप में पाया जाता है। प्रतिबंध की वजह से शॉ दक्षिणअफ्रीका के खिलाफ सीरीज में भी हिस्सा नहीं ले सके थे, यही नहीं वह एक साल तक भारतीय टेस्ट टीम से बाहर रहे। हालांकि शॉ बड़े प्रतिबंध से बच गए क्योंकि बीसीसीआई उनके जवाब से संतुष्ट था कि संक्रमण के इलाज के दौरान उन्होंने ऐसी दवा ली जो प्रतिबंधित है।
पिता के कहने पर पी ली थी सिरप
हालांकि पृथ्वी शॉ का कहना है कि वह इस बात को लेकर चिंतित थे कि अब लोग उन्हें किस नजर से देखेंगे। मैं इस स्थिति का सामना नहीं कर पा रहा ता। शॉ ने कहा कि वह लोगों की नजरों से बचने के लिए कुछ महीनों के लिए लंदन चले गए थे। मुझे लगता है कि मैं और मेरे पिता इस पूरे कफ सिरफ विवाद के लिए जिम्मेदार हैं। मुझे यह है कि हम सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेल रहे थे, मुझे सर्दी जुकाम हुआ था। मैं रात में खाना खाने के लिए बाहर गया था और बहुत खांस रहा था। मैंने अपने पिता से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि बाजार में कफ सिरप उपलब्ध है वो ले लो। मैंने गलत यह किया कि मैंने इस बारे में अपने फिजियो से नहीं पूछा।
एकदम से सबकुछ बदल गया
शॉ ने बताया कि मैंने वो सिरप दो दिन तक पीया, तीसरे दिन मेरा डोप टेस्ट हुआ। तब जाकर मुझे पता चला कि मैंने ऐसी दवा का सेवन किया है जो प्रतिबंधित है। मैं अपनी भावना को शब्दों में जाहिर नहीं कर सकता हूं, यह मुश्किल दौर था। हर जगह मेरे बारे में लिखा जा रहा था मैं उसे पढ़ रहा था। लोग जिस तरह से मेरे बारे में सोच रहे थे वह मुझे परेशान कर रहा था। मैं सोच रहा था कि लोग ये सोच रहे हैं कि मैं प्रतिबंधित दवा और ड्रग्स का इस्तेमाल कर रहा हूं। मैं हर रोज यह सब सोच रहा था क्योंकि सबकुछ अच्छा चल रहा था और तभी अचानक ये सब हो गया। मैं एक महीने तक अपने कमरे से बाहर तक नहीं निकला। प्रतिबंध के दौरान शॉ ने राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर नेशनल क्रिकेट अकादमी में काम किया। इसके बाद वह न्यूजीलैंड दौरे के लिए लौटे और जबरदस्त बल्लेबाजी की। शॉ का प्रदर्शन आईपीएल 2020 में अच्छा नहीं था फिर भी उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम में शामिल किया गया। लेकिन उनकी बल्लेबाजी में तकनीक की खामी के चलते टीम से बाहर कर दिया गया। लेकिन आईपीएल के इस सीजन में उन्होंने 8 मैच में 307 रन ठोक डाले।