जोहान्सबर्ग : पाकिस्तान क्रिकेट टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के दूसरे मैच में 17 रन से हार मिली। हालांकि यह मैच फखर जमां के लिए खास रहा, जिन्होंने 193 रनों पारी खेली। उन्होंने मैच में 18 चौके और 10 छक्के लगाए। उनके पास अपने करियर का दूसरा दोहरा शतक बनाने का माैका था, लेकिन अंतिम ओवर की पहली गेंद पर अफ्रीकी विकेटकीपर क्विंटन डी काॅक की चालाकी के कारण फखर जमां धोखे में रन आउट हो गए, जिसपर खूब बवाल भी मचा।
क्रिकेट जगत में डी काॅक की आलोचना की जा रही है। वहीं फखर जमां ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि इसमें डी काॅक की कोई गलती नहीं है। उन्होंने रन आउट होने की जिम्मेदारी खुद पर ली। पाकिस्तानी ओपनर फखर जमां ने कहा, 'इसमें गलती मेरी थी, मैं ही दूसरे छोर पर हारिस राउफ को देखने में ज्यादा व्यस्त हो गया था। मुझे लगा था कि वह क्रीज तक नहीं पहुंच पाएंगे, क्योंकि वह देरी से भागे थे।बाकी अब मैच रेफरी पर है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह क्विंटन डि कॉक का कोई कसूर है।''
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आखिर क्या है मामला?
ऐसा हुआ कि फखर ने लुंगी एंगिडी द्वारा फेंकी गई गेंद को हिट किया। नाॅन स्ट्राइक पर खड़ हैरिस रन लेने के लिए दाैड़े। उधर फखर भी तेजी से निकले। पहला रन सफलतापूर्वक पार किया। लेकिन दूसरे रन के लिए दाैड़े तो एडन मार्कराम ने गेंद को विकेटकीपर के छोर पर फेंक दिया और गेंद सीधे स्टंप पर जा लगी। इस बीच फखर आसानी से क्रीज पार करने वाले थे कि वह तभी अचानक डी काॅक को देख धीमे हो गए फिर पीछे की ओर मुड़कर देखने लगे। डी कॉक ने चालाकी से काम किया। क्योंकि उन्होंने जिस तरीके से इशारा किया उसे देख लगा कि हैरिस रन आउट होने वाले हैं। इसलिए फखर ने भी पीछे मुड़कर देखा और उन्हें क्रीज पर पहुंचने में कुछ सेकंड देर हो गई और वह रन आउट हो गए। वह दोहरे शतक से भी चूक गए। फखर ने इससे पहले 2018 में एकदिवसीय मैच में बुलेवा में जिम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 210 रन बनाए थे। इसलिए वह उस समय वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले पहले पाकिस्तानी बल्लेबाज बन गए।