नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी राहुल द्रविड़ अपने सादगी के लिए विश्व क्रिकेट में एक अलग पहचान बना चुके हैं। वह आजकल भारतीय क्रिकेट में छुपी हुई प्रतिभा को तलाशने में जुटे हुए हैं। लोगों के बीच काफी लोकप्रिय अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि उनकी राजनीति में दिलचस्पी नहीं है उनका 2019 में होने वाले आम चुनावों में उतरने का कोई इरादा नहीं है।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और मौजूदा समय में भारतीय अंडर-19 व इंडिया ए के कोच राहुल द्रविड़ तब अपनी हंसी नहीं रोक पाया जब उनसे पूछा गया कि क्या किसी पार्टी ने अगले साल होने वाले चुनावों में उम्मीद्वार बनने के लिये उनसे संपर्क किया है।
ये भी पढ़ें- एशिया कप 2018 : ODI क्रिकेट में 14 महीने बाद इस धाकड़ खिलाड़ी ने की वापसी
द्रविड़ ने हंसते हुए कहा, 'किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया और मेरी इसमें दिलचस्पी भी नहीं है। असल में मेरी राजनीति में ही कोई दिलचस्पी नहीं है।' पूर्व में कई भारतीय क्रिकेटर राजनीति में उतरते रहें हैं लेकिन एक जमाने में 'फैब फाइव' के नाम से मशहूर रहे सचिन तेंदुलकर, द्रविड़, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग ने तमाम अटकलबाजियों के बावजूद खुद को राजनीति से दूर रखा। गांगुली हालांकि क्रिकेट प्रशासन में प्रवेश कर चुके हैं और वर्तमान में बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं।