नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया को हराकर अंडर-19 विश्वकप चौथी बार जीतकर स्वदेश लौटी टीम इंडिया का खूब स्वागत हो रहा है। भारतीय टीम सोमवार को अपने वतन लौटी। वतन लौट कर टीम मीडिया से मुखातिब हुई। मीडिया से बात करते हुए विश्व कप जीतने के बाद भी टीम के कोच राहुल द्रविड़ थोड़े नाखुश दिखे।
दरअसल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल द्रविड़ ने बीसीसीआई के एक फैसले पर अपनी नाराजगी जाहिर की। राहुल द्रविड़ ने बीसीसीआई से पूछा है कि टीम के विश्व कप जीतने के बाद बोर्ड की तरफ से जो ईनामी राशि दी गई उसमें इतना अंतर क्यों है?
द्रविड़ ने पूछा कि मुझे, मेरी टीम और मेरे सपोर्टिंग स्टाफ को दी गई प्राइज मनी में इतना अंतर क्यों रखा गया है। बता दें कि बीसीसीआई ने कोच राहुल द्रविड़ को 50 लाख, सपोर्ट स्टाफ को 20-20 लाख और टीम के प्लेयर्स को 30-30 लाख रुपए के ईनाम की घोषणा की थी। बाकी के कोचिंग स्टाफ से ज्याद ईनामी राशि को लेकर राहुल द्रविड़ ने आपत्ति जताई है। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक उन्होंने बोर्ड से स्टाफ के बीच में मतभेद ना करने की अपील भी की है। द्रविड़ ने बोर्ड से साफ कह दिया है कि कोचिंग स्टाफ के हर एक सदस्य का बराबर का योगदान है।
पूरे स्टाफ ने एक टीम की तरह काम किया जिसका नतीज विश्व कप फतह रहा। इसलिए स्टाफ के हर सदस्य को बराबर का ईनाम दिया जाए।
गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ हमेशा से अपनी सादगी के लिए सुर्खियों में बने रहे हैं। अब खबरें हैं कि द्रविड़ ने बीसीसीआई से अपील की है कि पूरे कोचिंग स्टाफ को एक समान ईनामी राशि मिलनी चाहिए।
आपको बता दें कि द्रविड़ 2017 में अपने कार्यकाल की शुरुआत में हितों के टकराव के मामले में फंस हुए थे। क्योंकि द्रविड़ आईपीएल दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच होने के बावजूद टीम इंडिया की अंडर-19 और इंडिया-ए टीम के भी कोच थे। जिसके बाद द्रविड़ ने आईपीएल छोड़ नन्हें सितारों को चमकाने का रास्ता चुना था। भारतीय जूनियर और ए टीमों के साथ 3 साल के अनुबंध के लिए उन्हें 4 करोड़ रुपये सालाना मिलता है।