नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) का 13वां सीजन 29 मार्च को शुरू होने वाला था लेकिन कोरोना वायरस के चलते इसे स्थगित कर दिया। यहां तक कि इसके पूरी तरह से रद्द होने के भी पूरे आसार बनते जा रहे हैं। आईपीएल के ना होने से कई क्रिकेट प्रेमी निराश रहे होंगे लेकिन महामारी का सामना करने के लिए इसका स्थगित होना अहम था। खैर, भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी रहे राहुल द्रविड़ ने आईपीएल को लेकर टिम विगमोर और फ्रेडी वाइल्ड की 2019 की किताब 'क्रिकेट 2.0, इन्साइड द क्रिकेट रिवाल्यूशन' में चेन्नई और बैंगलोर फ्रैंचाइजी पर अपनी बात रखी।
आरसीबी की लगातार विफलता के बारे में उन्होंने कहा कि बैंगलोर ने कभी भी अपनी टीम को संतुलित नहीं किया है। मुझे लगता है कि उन्होंने चयन और नीलामी कभी सही नहीं की। भले ही उनकी फ्रैंचाइज़ी में विराट कोहली, क्रिस गेल, एबी डीविलियर्स जैसे पावर हिटर थे, फिर भी आरसीबी कभी भी टी 20 लीग में अपना दबदबा कायम नहीं कर सकी। द्रविड़ का मानना है कि आरसीबी का सबसे अच्छा साल तब था जब उन्होंने गेंदबाजों पर निवेश किया था। उन्होंने कहा, "उनका सबसे अच्छा साल था जब उनके पास मिचेल स्टार्क जैसा गेंदबाज था जो उनके लिए खेल को जिताने में सक्षम था लेकिन उसके बाद वो गलत खिलाड़ियों में निवेश करते रहे जिससे उनकी टीम का बैलेंस नहीं बन पाया।"
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इसके अलावा द्रविड़ ने चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को लेकर अपनी बात रखी और बताया है कि आखिर क्यों इन दोनों टीम के सक्सेस रेट में इतना अंतर है। द्रविड़ का कहना है कि जब सीएसके आईपीएल में उतरे तो उन्हें फायदा हुआ क्योंकि उनके मालिक, इंडिया सीमेंट्स पहले से ही क्रिकेट टीमों को चलाने के व्यवसाय में थे। इंडिया सीमेंट्स के अलावा, सीएसके में ग्राउंड और स्काउटिंग स्टाफ ने 2010, 2011 और 2018 की सफलताओं में हमेशा प्रमुख भूमिका निभाई है। सीएसके सबसे हाई-प्रोफाइल टीम थी, इसलिए एक मायने में उनके पास हमेशा उनका स्काउटिंग सिस्टम किसी भी अन्य टीम की तुलना में पहले से ही बेहतर था।