नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच रमेश पवार की बीसीसीआई ने छुट्टी कर दी है। टी-20 विश्व कप के दौरान महिला क्रिकेट टीम में हुए विवाद के बाद बीसीसीआई ने कोच पवार के साथ समाप्त हुए अनुबंध को जारी रखने का मन नहीं बनाया है। पिछले एक सप्ताह से महिला एकदिवसीय क्रिकेट की कप्तान मिताली राज और कोच पवार के बीच विवाद चल रहा था, जिसके बाद बोर्ड ने कोच को उनके पद से मुक्त कर दिया है। मिताली राज ने कोच पवार के खिलाफ बीसीसीआई को छिट्ठी लिखकर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी, जिसके बाद क्रिकेट प्रशासकीय कमेटी (सीओए) के चेयरमैन विनोद राय को मिताली राज और रमेश पवार विवाद की जांच रिपोर्ट सीईओ राहुल जौहरी और महाप्रबंधक सबा करीम ने भेज दे थी।
बीसीसीआई ने आज पवार को कोच के पद से मुक्त कर दिया, लेकिन बोर्ड ने इस पूरे विवाद पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है। बता दे कि 30 नवंबर को ही पवार का महिला क्रिकेट टीम के कोच के रूप में अपना कार्यकाल पूरा हो रहा था।
पूर्व भारतीय स्पिनर के पास बीसीसीआई के साथ 30 नवंबर तक महिला क्रिकेट टीम के कोच के रूप में अनुबंध था। हाल ही में टीम में हुए विवाद के बाद बीसीसीआई ने पवार को कोच के रूप में जारी रखने का मन नहीं बनाया। मिताली और पवार के बीच चले विवाद ने बाकी भारतीय टीम के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव डालने का किया है। वहीं, बोर्ड ने नए इच्छुक उम्मीदवारों को महिला क्रिकेट टीम के कोच के रूप में एप्लाई करने के लिए घोषणा की है।
इंग्लैंड के हाथों टी-20 विश्व कप में हारने के बाद स्वदेश लौटकर मिताली राज ने टीम में पवार के रवैये पर सवाल खड़े किये थे। मिताल राज के आरोप के बाद पवार ने भी बीसीसीआई के सामने अपनी बात रखते हुए मिताली को ही सभी समस्याओं का कारण बताने की कोशिश की थी। उस वक्त मिताली ने इस पूरे घटनाक्रम को खुद को एक पीड़िता के रूप में बताया था।