हैंडसम क्रिकेटरों में गिनती होती थी रवि शास्त्री की
शास्त्री की गिनती हैंडसम क्रिकेटरों में होती थी, रवि शास्त्री ने टीम इंडिया की ओर से 80 टेस्ट और 150 वनडे मुकाबले खेले हैं। साल 1985 में रवि शास्त्री ने चैंपियन ऑफ चैंपियन ट्राफी जीती थी जो कि आस्ट्रेलिया में हुआ था।
AUDI 100
विश्व की मशहूर गाड़ियों में से AUDI 100 को इनाम के तौर पर जीतने वाले पहले क्रिकेटर रवि शास्त्री ही थे। जिसे भारत लाने के लिए तत्कालीन पीएम राजीव गांधी ने कस्टम वालों को स्पेशल ऑर्डर दिये थे।
शुरूआत एक स्पिनर के रूप में
शास्त्री ने अपने करियर की शुरूआत एक स्पिनर के रूप में की थी, इन्होंने बैटिंग का जलवा बाद में दिखाना शुरू किया और धीरे-धीरे यह भारत के विश्वसनीय ऑलराउंडर बन गये जो बिना आउट हुए सुबह से शाम तक पिच पर बैटिंग कर सकता था।
शारजाह की वो शाम
साल 1985 के शारजाह कप को कोई नहीं भूल सकता है क्योंकि फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराया था वो भी मात्र 125 रन बनाकर। उस मैच के हीरो शास्त्री ही थे और इसके बाद लंबे वक्त तक वो भारत उप कप्तान रहे और जब गावस्कर ने कप्तानी छोड़ी तो शास्त्री को पर्मानेंट रूप में कप्तानी हासिल हो गई।
क्रिकेट का कुतुबमीनार
शास्त्री को क्रिकेट का कुतुबमीनार कहा जाता था क्योंकि वो tall, timeless, solid काम करते थे। इन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 9 घंटे और 21 मिनट लगातार बैटिंग करके सबको हैरत में डाल दिया था।
अमृता सिंह से थी मोहब्बत!
रवि शास्त्री के लिए लड़कियां खून से खत लिखा करती थीं, रवि शास्त्री का अफेयर काफी दिनों तक ब़ॉलीवुड अभिनेत्री अमृता सिंह से था।ऐसा कहा जाता है कि अमृता सिंह से रवि शादी करना चाहते थे लेकिन किन्हीं कारणों से ऐसा हो नहीं पाया। बाद में रवि ने आर्मी ऑफिसर की बेटी और टीवी कमेंटटेटर रितु से शादी की। दोनों को शादी से एक बेटी अलीका है।
क्रिकेट को दी आवाज
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद रवि शास्त्री ने सेलिब्रेटीज क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा और आज रवि शास्त्री की आवाज काफी महंगी कही जाती है वो क्रिकेट की दुनिया के सबसे मशहूर कमेंटटेटरों में से एक हैं।
टीम इंडिया के कोच
बीसीसीआई की क्रिकेट अडवाइजरी कमिटी (सीएसी) ने टीम इंडिया के मुख्य कोच के रूप में रवि शास्त्री (रविशंकर जयाद्रिथा शास्त्री) के नाम पर मुहर लगा दी। शास्त्री इससे पहले भी 2014 से 2016 तक भारतीय टीम के डायरेक्टर रहे हैं। शास्त्री 2019 तक भारतीय कोच रहेंगे।