एक ओवर में छह छक्के
इस मैच में जडेजा ओपनिंग करने उतरे थे। वो 19वें ओवर में आउट हुए लेकिन उससे पहले 15वें ओवर में उन्होंने एक रिकॉर्डतोड़ कमाल कर दिखाया। उन्होंने ऑफ स्पिनर निलम वामजा के इस एक ओवर में लगातार छह छक्के जड़ डाले। वामजा ने मैच में दो ओवर किए और 48 रन लुटा डाले।
दूसरे जडेजा का भी तूफान
इस मैच में रवींद्र जडेजा की टीम में एक और जडेजा शामिल थे। ये थे विश्वराज जडेजा। सीनियर जडेजा को देखकर विश्वराज भी जोश में आ गए और उन्होंने भी इस मैच में 23 गेंदों पर 39 रन जड़ डाले। नतीजतन उनकी टीम का स्कोर 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 239 रन तक जा पहुंचा और बाद में उन्होंने 121 रनों से विशाल जीत दर्ज की।
पिछले साल भी किया था कमाल
आपको बता दें कि पिछले साल जब जडेजा को इसी तरह भारतीय वनडे टीम में नहीं चुना गया था तो उन्होंने रणजी ट्रॉफी के एक मैच में दोहरा शतक जड़ दिया था। गौरतलब है कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तीन तिहरे शतक जड़ने का रिकॉर्ड भी जडेजा के नाम ही दर्ज है।