नई दिल्ली। जिस तरह से आईपीएल शुरु होने से ठीक पहले हर्षा भोगले को कमेंट्री पैनल से बाहर का रास्ता दिखाया गया है उसने कई विवाद खड़े कर दिये हैं। टीवी पर तेज तर्रार बातचीत करने वाले हर्षा भोगले ने आखिरकार इस मुद्दे चुप्पी तोडते हुए कहा कि मैं अभी तक इसकी वजह नहीं जानता हूं और अगर कोई वजह है तो वह मुझे बतानी चाहिए थी।
विवादों का दूसरा नाम है IPL, यकीन ना आए तो VIDEO देख लीजिए
हर्षा भोगले को आईपीएल शुरु होने से दो दिन पहले कमेंट्री पैनल से बाहर का रास्ता दिखाया गया। यहां गौर करने वाली बात यह है कि भोगले का नाम कमेंट्री पैनल की लिस्ट में भी था। यही नहीं स्पॉसर्स ने भोगले के टिकट भी बुक कर दिये थे, ऐेसे में यह कहना कि भोगले का नाम कमेंट्री पैनल से लोगों की प्रतिक्रिया और सर्वसम्मति से लिया गया फैसला है तो यह गलत होगा।
एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए हर्षा भोगले ने कहा कि पिछली जेनरेशन जिसमें सचिन, गांगुली, लक्ष्मण, द्रविड़ जैसे दिग्गज शामिल हैं, वो शानदार खिलाड़ी थे और उनका कद काफी बड़ा है और वो कभी भी इस तरह के छोटे मुद्दों में नहीं पड़ते थे।
माना जा रहा है कि टी-20 विश्वकप के दौरान भोगले की कमेंट्री को लेकर कई वरिष्ठ खिलाड़ियों ने बीसीसीआई से शिकायत दर्ज करायी थी। टी-20 विश्वकप में भारत के पहले मैच के दौरान भोगले को हिंदी और अंग्रेजी कमेंट्री बॉक्स में जाने के लिए बार-बार सीढ़िया चढ़कर जाना पड़ता था, क्योंकि दोनों कमेंट्री बॉक्स के बीच में बोर्ड अध्यक्ष का केबिन था जोकि बंद था। जिसके चलते भोगले का कुछ अधिकारियों के साथ बहस भी हुई थी।
कहा जा रहा है मैच कमेंट्री के दौरान हर्षा भोगले ट्विटर पर काफी सक्रिय रहते थे, जोकि उनके आईपीएल से अलग होनें की वजहों में से एक है।
अपनी कमेंट्री के दौरान भोगले ने भारतीय टीम की कमियों को लेकर काफी तीखे प्रहार किये थे, जिसके चलते ट्विटर और सोशल मीडिया पर भोगले को काफी निशाना बनाया गया था।
बीसीसीआई और अन्य राजनैतिक मुद्दों पर बातटी-20 विश्वकप के दौरान जिस तरह से भोगले ने भारतीय पिचों, कप्तान की भूमिका, बीसीसीआई की राजनीति सहित खिलाड़ियों के चयन के मुद्दे पर बेबाकी से बात की वह उनके खिलाफ गया।
अमिताभ बच्चन ने ट्वीट करके कहा था कि भारत के कमेंटेटर को खिलाड़ियों के बारे में ज्यादा बोलना चाहिए बजाए अन्य मुद्दों के, जिसे धोनी ने पूरा समर्थन दिया था।