नई दिल्ली। भारतीय क्रिके टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने भी कोलकाता में हुए डे-नाइट टेस्ट मुकाबले में इशांत शर्मा की तरह अहम योगदान दिया। उमेश ने बांग्लादेश की पहली पारी में 3 तो दूसरी पारी में कुल 5 विकेट झटके। उमेश की इस सफल गेंदबाजी के पीछे का कारण है उनकी तकनीक में बदलाव आना। रोहित शर्मा ने उमेश का इंटरव्यू लिया जिस दाैरान उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने गेंद पर अपनी पकड़ बदलते हुए सफलता पाई।
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उमेश ने रोहित से कहा, ''मैंने गेंद पर अपनी पकड़ बदली, जिससे मुझे काफी मदद मिली। पहले मेरी पकड़ अलग थीजिससे एक-दो गेंद स्विंग करती थी जबकि कुछ गेंद पैर की तरफ से निकल कर बाई के रूप में सीमा रेखा के पार चली जाती थी। उस तरीके में ग्रिप संभालना मुश्किल था। इसके बाद मैंने प्रशिक्षकों से बात की, फिर मुझे लगा कि जब मैं गेंद को सही तरीके से पकड़ता हूं तो मेरे पास गेंद को नियंत्रित और स्विंग करने का अच्छा मौका होता है। इन चीजों से फिर ये हुआ कि मैं आउटस्विंगर करने में सफल रहा और कुछ गेंद अंदर भी डाल सकता हूं।''
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यदि परिवर्तन फलदायी साबित होता है, तो इसे सकारात्मक रूप से स्वीकार किया जाना चाहिए। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, उमेश यादव की तरह, इशांत शर्मा ने अपनी गेंदबाजी को थोड़ा बदल दिया है। उमेश ने गेंद की पकड़ को बदल दिया, जबकि इशांत ने उनकी कलाई की दिशा निर्देशित की। उन्होंने कहा, '' जब आप ज्यादा खेलते हैं तो आप खुद ही अपनी गेंदबाजी के बारे में जानते हैं कि आप क्या बदवाव ला सकते हैं । तो मैं कलाई की स्थिति के हिसाब से गेंदबाजी के दौरान कोण बनाने में सफल रहा। जब बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ मैं राउंड द विकेट गेंदबाजी कर रहा था तब उनके लिए काफी मुश्किल हो गया। इससे पहले मेरी गेंद पर एज नहीं मिलता था, पर अब मैं विकेट के सामने गेंद करता हूं और और गेंद बाहर की तरफ निकलती है तो बल्लेबाजों को खेलने में दिक्कत आती है।"