नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के लिए विश्व कप 2019 सेमीफाइनल में कुछ मिनट चार साल के बराबर हो गए हैं। यह भारतीय बल्लेबाजी के समय के वे शुरुआती मिनट हैं जिसके चलते भारत को ना केवल मैच गंवाना पड़ा बल्कि यह विश्व कप जीतने का सुनहरा मौका भी हाथ से छोड़ना पड़ा। चाहे कप्तान विराट कोहली हो या फिर उपकप्तान रोहित शर्मा, दोनों का यही मानना है कि ये पूरे टूर्नामेंट के खेल पर ये शुरुआती मिनट भारी पड़ गए। कोहली ने मैच हारने के बाद ही कहा था कि 45 मिनट के खेल ने हमको हरा दिया। अब रोहित शर्मा ने माना है कि 30 मिनट के खेल ने सब बिगाड़ दिया।
ये वो 30 मिनट थे जिसमे भारत ने इस प्रतियोगिता में 5 शतक जड़ने वाला बल्लेबाज गंवाया था, जिसमे भारत ने अपने सुपरस्टार कप्तान को भी गंवा दिया था। इसके बाद भी विकेट पर विकेट गिरते रहे और भारत अंत में लड़ने के बाद भी मैच 18 रनों से हार गया। रोहित ने भारत के सेमीफाइनल मुकाबले से बाहर हो जाने के बाद अपनी भावनाएं ट्विटर पर शेयर की हैं। रोहित एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो कभी भी अपनी भावनाएं जताने में हिचकते नहीं हैं। फाइनल मैच के दिन भी रोहित के चेहरे पर मायूसी और आंखों में आंसू साफ तौर पर देखे जा सकते थे।
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रोहित ने बहुत साफगोई के साथ तमाम भारतीय क्रिकेट फैंस से अपने दिल की बात बताते हुए लिखा है- 'जब एक टीम के रूप में प्रदर्शन करने में तब फेल हो गए जब इसकी जरूरत थी, 30 मिनट के खराब खेल ने हमारे विश्व कप जीतने के चांस हमसे छीन लिए। मेरा दिल भारी है और मुझे पता है कि आपका भी है। घर के बाहर हमको जो सपोर्ट मिली वह अविश्वसीय थी। जहां भी हम खेले वहां आपने इंग्लैंड को नीले रंग से सारोबार कर दिया, आपका धन्यवाद।'
आपको बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान कहा था कि इस हार के बाद रोहित शर्मा बहुत ही भयंकर भावना से गुजर रहे होंगे। उनको इससे निकलने में कुछ समय चाहिए होगा ताकि वो अपनी निराशा को पीछे छोड़ सके और अपने भविष्य पर ध्यान दे सकें।