इस सम्मान समारेाह में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चव्हाण, और एमसीए के नवनिर्वाचित अध्यक्ष शरद पवार कई राजनीति और खेल जगत की हस्तियां मौजूद थी। सचिन ने अपने भाषण में कहा कि प्रवेश द्वार पर अपना नाम पढ़कर मुझे अच्छा लगा, यह एक अद्भुत एहसास है। मैंने इसकी कभी उम्मीद नहीं की थी। उन्होने कहा यहां पर मुझे तैयारियां करने के लिए बेहतर सुविधाएं मिली, जिससे कि मैं हर दौरे के लिए बेहतर ढंग से तैयारी कर सका।
इस मौके पर शरद पवार ने कहा कि सचिन न केवल क्रिकेट के पुरोधा हैं बल्कि हमेशा ही युवाओं के प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। वह एमसीए का नगीना हैं, उन जैसा खिलाड़ी पाकर हम खुद को धन्य समझते हैं। एक अच्छे खिलाड़ी होने के साथ ही वह खेल के महान दूत और युवाओं की प्रेरणा हैं।
वहीं इस मौके पर मुख्यमंत्री पृथ्वी राज चव्हाण ने कहा कि सचिन महान भारतीय, महान खिलाड़ी और महानायक हैं। उन्होने खेल के मैदान पर हमें अनगिनत सुखद मौके उपलब्ध करवाये हैं। हमें टेस्ट क्रिकेट में उनकी कमी महसूस होगी।