1. ODI और टेस्ट में सबसे ज्यादा रन
सचिन तेंदुलकर एक रन मशीन थे वह घंटों तक बल्लेबाजी से प्यार करते थे। टेस्ट में सचिन ने अपने 200 मैच खेले और करियर के अंत पर 15921 रनों का पहाड़ खड़ा किया। उन्होंने खेल के इस प्रारूप में 53.71 के औसत से यह लंबा प्रदर्शन किया और मौजूदा दौर में पहले की तुलना में टेस्ट में बल्लेबाजों की दिलचस्पी लगातार कम होती जा रही है। ऐसे में लगता है कि कोई भी टेस्ट में रनों के रिकॉर्ड के करीब नहीं आएगा।
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जबकि वनडे में सचिन ने 18426 रन बनाए हैं जो भी किसी बल्लेबाज के लिए तोड़ना अब असंभव लगता है क्योंकि इसके लिए उसको कई साल खेलना होगा जो इस समय शायद संभव नहीं। सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय मैचों में 44.83 का औसत बनाया और 463 मैच खेले जिसमें 49 शतक बनाए।
2. टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा शतकों का रिकॉर्ड
टेस्ट क्रिकेट को क्रिकेट का पारंपरिक प्रारूप कहा जाता है और सचिन ने इस प्रारूप में 51 शतक बनाए हैं जो कि आश्चर्यजनक है। उनके 29 शतक भारत के बाहर आए, जबकि उनमें से 17 SENA देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) में आए, जो इन दिनों उपमहाद्वीप के एक बल्लेबाज को बड़ा परेशान करते हैं। विराट कोहली जहां सचिन के वनडे शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब हैं तो वहीं वे भी टेस्ट में सचिन को छूने की स्थिति में नहीं हैं। 43 वनडे शतक वाले कोहली के नाम टेस्ट में अभी 27 ही शतक हैं।
3.सबसे लंबा ODI करियर
सचिन तेंदुलकर ने 24 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला जो अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। लेकिन यह विश्व रिकॉर्ड नहीं है। कई अन्य खिलाड़ियों ने इतने सालों तक खेला है लेकिन सबसे लंबे वनडे करियर के रिकॉर्ड की बात करें तो उनमें से कोई भी उनके करीब नहीं है। तेंदुलकर का एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय करियर 22 साल और 91 दिन तक चला।
16 साल की उम्र में शुरुआत करने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर का आखिरी वनडे, 463वां, पाकिस्तान के खिलाफ (18 मार्च, 2012) खेला, जो कि 330 रनों का पीछा करते हुए विराट कोहली के शानदार 183 के लिए याद किया जाता है। यहां तक कि सचिन ने पीछा करते हुए सिर्फ 48 गेंदों में 52 रन की पारी खेली थी।
4. वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन
सचिन तेंदुलकर ने छह मौकों पर भारत के विश्व कप टीम में भाग लिया। उन्होंने 1992 में मेगा इवेंट का अपना पहला गेम खेला और 2011 में अपने घरेलू मैदान वानखेड़े स्टेडियम में आखिरी विश्व कप खेला। अपने पूरे करियर की तरह, सचिन ने विश्व कप में भी रन बनाए।
उन्होंने छह विश्व कप में 56.95 की आश्चर्यजनक औसत से 2278 रन बनाए। उन्होंने छह शतक और 15 अर्धशतक भी जड़े।
विश्व कप में बनाए गए रनों के मामले में, उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी रिकी पोंटिंग हैं, जो इस पहलू से 535 रन पीछे हैं। और सक्रिय क्रिकेटरों के बीच, कोई भी उसके करीब नहीं आता है।
5. सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड
अब यह रिकॉर्ड निश्चित रूप से भविष्य में टूटने वाला नहीं है। सचिन तेंदुलकर ने अपने शानदार करियर में 200 टेस्ट मैच खेले। 200वां खेल वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला गया था। इस समय टी20 और लीग क्रिकेट के जमाने में जब क्रिकेटरों ने उम्र से पहले टेस्ट क्रिकेट को विदाई देनी शुरू कर दी है तो किसी के लिए 200 टेस्ट खेलना असंभव है क्योंकि आधुनिक युग में यह अब संभव ही नहीं है।
विराट कोहली और स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट को प्यार करते हैं अब लेकिन हर देश में एक साल में लगभग 10 टेस्ट खेले जाते हैं। विश्व कप वर्ष होने पर संख्या और भी कम हो जाती है। इसलिए निश्चित रूप से यह क्रिकेटरों की मौजूदा पीढ़ी के लिए मात्र एक सपना रह जाएगा कि वे 200 टेस्ट मैच खेलें।