नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट जगत में खूब नाम कमाया। उनकी उपलब्धियों का जिक्र करने में शब्द भी कम पड़ जाते हैं। बड़े रिकाॅर्ड अपने नाम करने वाले सचिन अब अपने बेटे अर्जुन तेंदलुकर को क्रिकेट टीम का अगला भविष्य बनाने में जुटे हुए हैं। वहीं अर्जुन भी इसके लिए दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं। सचिन ने अपने बेटे को कामयाबी हासिल करने के लिए एक अमूल्य सीख दी है जो कभी उन्हें अपने स्वर्गीय पिता से मिली थी। अर्जुन को सचिन ने बताया है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। यही बात सचिन को उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने बताई थी।
सचिन तेंदुलकर से जब ये पूछा गया कि आप अपने बेटे को दबाब हैंडल करने के लिए क्या सलाह देंगे तो उन्होंने कहा कि वह पैशनेट है और मैं उसे किसी भी चीज के लिए फॉर्स नहीं करूंगा। मैंने कभी उस पर क्रिकेट खेलने के लिए दबाव नहीं बनाया। पहले उसका मन फुटबॉल में लगता और फिर उसने शतरंज में अपनी दिलचस्पी दिखाई। जो मेरे पिता ने मुझसे कहा था, मैं ठीक उसी तरह उसके साथ करता हूं। आपको बहुत मेहनत करनी होगी, तभी आपको उसका फल मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि हर एक अभिभावक की तरह वह खुद ये चाहते हैं कि उसका बेटा अच्छा परफॉर्म करे। उसे वो करना चाहिए जिसकी जरूरत है। टी20 मुंबई लीग में उसने अच्छा प्रदर्शन किया है।कुछ उतार-चढ़ावों की वजह से उसे वास्तविक जिंदगी का भी अनुभव हुआ है। यही तरीका है जो आपको विकसित कर सकता है।
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बता दें कि अर्जुन तेंदुलकर आइसीसी चैंपियन ट्रॉफी में इंग्लैंड में जाकर टीम इंडिया के खिलाड़ियों को नेट प्रैक्टिस करा चुके हैं। इसके अलावा कई और मौकों पर वे टीम के साथ रहे हैं। क्रिकेट के मैदान में बतौर लेफ्ट आर्म पेसर और बल्लेबाज अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयारी कर रहे अर्जुन ने हाल ही में बल्ले और गेंद से टी20 मुंबई लीग 2019 से अच्छा प्रदर्शन किया। आकाश टाइगर्स मुंबई वेस्टर्न सबर्ब ने अर्जुन को 5 लाख रुपए में खरीदा था। वह नीलामी के दाैरान सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी रहे, हालांकि, वानखेडे स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल मैच में आकाश टाइगर्स टीम मैच हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गई। इस लीग के ब्रांड एंबेसडर सचिन तेंदुलकर हैं। इस टूर्नामेंट का ये दूसरा सीजन था, जिसे नोर्थ मुंबई पैंथर्स ने अपने नाम किया।