मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने श्रीलंका के विरुद्ध खेलते हुए 48वाँ टेस्ट शतक जड़ दिया है.
कोलंबो टेस्ट के तीसरे दिन उन्होंने ये शतक जड़ा है और उनकी ये पारी ऐसे समय में आई है जबकि भारत श्रीलंका के 642 रनों के पहाड़ जैसे स्कोर का पीछा कर रहा है.
तेंदुलकर ने 168वें मैच में ये उपलब्धि हासिल की है.
उनके पीछे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पॉन्टिंग हैं जिनके 146 टेस्ट मैचों में 39 शतक हैं.
तीसरे स्थान पर दक्षिण अफ़्रीका के ज्याक़ कालिस हैं जिन्होंने 140 टेस्ट मैच खेलकर 35 शतक बनाए हैं.
तेंदुलकर ने 167 गेंदें खेलकर ये शतक पूरा किया और उनकी इस पारी में 13 चौके और एक छक्का शामिल था.
वह जब 98 रनों के स्कोर पर खेल रहे थे तो श्रीलंकाई गेंदबाज़ सूरज रंदीव के ओवर की अंतिम गेंद पर स्वीप शॉट के ज़रिए चौका जड़कर उन्होंने शतक पूरा किया.
वैसे टेस्ट और वनडे मिलाकर अब तेंदुलकर के 94 शतक हो चुके हैं.
इससे पहले इसी टेस्ट में वीरेंदर सहवाग शतक बनाने से चूक गए जबकि 99 रनों के स्कोर पर रंदीव की ही गेंद पर स्टम्प आउट हो गए थे.
मगर भारत के लिए तेंदुलकर के शतक से ज़्यादा अहम इस मौक़े पर कोलंबो टेस्ट बचाना होगा क्योंकि भारत अगर ये टेस्ट नहीं बचा पाता है तो वो टेस्ट में नंबर एक टीम होने का ताज खो बैठेगा.
कोलंबो टेस्ट में तीसरे दिन का खेल ख़त्म होने पर भारत ने चार विकेट खोकर 382 रन बना लिए हैं. खेल ख़त्म होते वक्त सुरेश रैना 66 और सचिन तेंदुलकर 108 पर खेल रहे थे.
भारत अब भी श्रीलंका के पहली पारी के 642 रनों से 260 रन पीछे है.
भारत गॉल में हुआ पहला टेस्ट श्रीलंका से दस विकेट से हार गया था.