नई दिल्ली। श्रीलंका के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज सनथ जयसूर्या को आईसीसी ने दो साल के लिए प्रतिबंधित करने की सजा सुनाई है। यह सजा भ्रष्टाचार निरोधक जांच में अड़चन डालन के लिए दी गई है। ऐसे में इस पूर्व तूफानी बल्लेबाज ने यह दावा किया है कि आईसीसी के पास उनके खिलाफ भ्रष्टाचार, सट्टेबाजी या आंतरिक सूचना का दुरूपयोग करने का कोई सबूत नहीं है और यह फैसला पूरी तरह से 'दुर्भाग्यपूर्ण'हैं।
जयसूर्या ने कहा, 'मेरे खिलाफ लिया गया यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने अधिकारियों द्वारा मांगी गयी सारी जानकारी आईसीसी की जांच कमेटी को दी थी, लेकिन आईसीसी ने फिर भी मुझे कठघरे में खड़ा कर दिया। जबकि, भ्रष्टाचार, सट्टेबाजी या आंतरिक सूचना के दुरूपयोग का कोई आरोप मुझ पर नहीं था।' हालांकि इसके साथ ही जयसूर्या ने कहा कि वह इस प्रतिबंध को क्रिकेट के प्रति प्यार और भले की खातिर के साथ ही इसकी ईमानदारी को बनाए रखने के लिए स्वीकार करता हूं।'
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— Sanath Jayasuriya (@Sanath07) February 26, 2019
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इसके अलावा इस विस्फोटक बल्लेबाज ने श्रीलंका की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा, 'मैंने हमेशा देश को सबसे पहले रखा और क्रिकेट प्रेमी जनता इसका गवाह रही है। मैं श्रीलंका की जनता और अपने प्रशंसकों का आभार व्यक्त करता हूं, जो इस मुश्किल दौर में मेरे साथ हैं। बता दें पिछले दिनों श्रीलंकाई क्रिकेट में बड़े स्तर पर फैले भ्रष्टाचार की आईसीसी की जांच के दौरान जयसूर्या से पूछताछ की गयी थी। इस दौरान आईसीसी ने उन्हें आचार संहिता के अनुच्छेद 2.4.6 और 2.4.7 के उल्लंघन का दोषी पाया था।
— Sanath Jayasuriya (@Sanath07) February 26, 2019
आपको बता दें कि जयसूर्या ने खुद यह स्वीकार भी किया था कि उन्होंने आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक (एसीयू) इकाई द्वारा मांगे गए सुबूत तय समय सीमा में नहीं दिए जिस कारण उनके ऊपर कार्रवाई की गई है। गौरतलब है कि जयसूर्या ने अपना आईफोन और सिमकॉर्ड काफी समय बाद एसीयू को दिया था।