यह सजा अपराध के अनुसार नहीं हैः वार्न
बुधवार को महान स्पिनर शेन वॉर्न ने कहा कि गेंद से छेड़छाड़ विवाद में फंसने के बाद स्टीव स्मिथ और उनके दो साथियों को मिली सजा काफी कड़ी है। वॉर्न ने 'द हेराल्ड सन' में अपने कॉलम में लिखा, 'मैं अब भी यह तय नहीं कर पा रहा कि मेरी नजर में सजा क्या होनी चाहिए थी। यह कड़ी होनी चाहिए लेकिन अगर उन्हें एक साल के लिए बाहर किया जाता है तो यह सजा अपराध के अनुसार नहीं है।'
सचिन को लेकर कही ये बात
हालांकि उन्होंने अपने लेख में सचिन को भी शामिल किया है। दरअसल वॉर्न ने लिखा ‘इस सीरीज में विरोधी टीम (द.अफ्रीका) के कप्तान फाफ डु प्लेसी को भी पहले ऐसे मामले में दो बार दोषी पाया गया था। जबकि उन्हीं के तेज गेंदबाज वर्नोन फिलेंडर को भी दोषी पाया गया था। जिन खिलाड़ियों पर आज तक गेंद से छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं, उनकी लिस्ट काफी लंबी है और उसमें सचिन तेंदुलकर और माइक एथर्टन जैसे दिग्गजों के नाम भी शामिल हैं।' वार्न की इस बात से काफी क्रिकेट प्रशंसक नाराज हैं और उनकी फेसबुक पोस्ट पर कमेंट कर अपना गु्स्सा जाहिर कर रहे हैं।
कड़ी सजा देने की जरूरत थी लेकिन...
वार्न ने आगे लिखा, 'इसमें से भावनाओं को हटा दीजिए। हम सभी नाराज और शर्मसार हैं। लेकिन आपको संतुलित दिमाग की जरूरत है और आपको तब तक किसी को खत्म नहीं करना चाहिए जब तक कि वह खत्म करने का हकदार नहीं हो। उनकी हरकतों का बचाव नहीं किया जा सकता और उन्हें कड़ी सजा देने की जरूरत थी लेकिन मुझे नहीं लगता कि एक साल का प्रतिबंध इसका जवाब है।'
खेलने से नहीं रोकना चाहिए थाः वार्न
वॉर्न ने कहा कि मेरी सजा होती कि वे चौथे टेस्ट में नहीं खेलते, भारी भरकम जुर्माना लगता और कप्तान और उप कप्तान के रूप में उन्हें बर्खास्त किया जाता। लेकिन उन्हें खेलने की अनुमति दी जानी चाहिए थी।