खोले कुछ राज
धवन ने बताया की वो जब अपनी पत्नी से मिलने ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न जाते हैं तो हर गुरुवार को वह कूड़ा उठाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा, वह जब भी घर पर होते हैं पत्नी के साथ काम में हाथ बंटाते हैं। गौरतलब हो की शिखर और आयशा 2012 में शादी के बंधन में बंधे थे। आयशा 2014 में तीसरी बार मां बनी थीं, जब उन्होंने जोरावर को जन्म दिया था।
गब्बर नाम की है ये कहानी
इस शो में धवन ने बताया की आखिर उन्हें गब्बर नाम कैसे मिला। धवन ने बताया, मुझे कोई शिखर नहीं कहता, हर व्यक्ति मुझे गब्बर कहता है। मुझे यह नाम एक रणजी मैच के दौरान विजय दहिया ने दिया था। उन्होंने कहा की मैं आमतौर पर सिली प्वाइंट पर फील्डिंग करता था और मैच के दौरान अलग-अलग डॉयलॉग बोला करता था। मैं उन खिलाड़ियों में से हूं जो टीम को मोरल बढ़ाने की जिम्मेदारी आगे बढ़ कर लेता हूं। जब हमारा गेंदबाज रन अप के लिए दौड़ रहा था तो मैंने डायलॉग बोला, बहुत याराना लगता है. यह शोले फिल्म का डायलॉग है, जिसमें फिल्म में अमजद खान ने बोला था। शिखर धवन बताते हैं, मैंने यह डायलॉग बहुत जोर से बोला था ताकि सब सुन सकें। इस सब हंस पड़े. बस तभी से मुझे 'गब्बर' कहा जाने लगा।
ये है कबड्डी स्टाइल सेलिब्रेशन का राज
सलामी बल्लेबाज धवन ने बताया की अपनी मुछों पर ताव देना या जांघ पर हाथ पटकने के उनके अंदाज की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में हुई थी। उन्होंने बताया की मैने शेन वॉटसन का कैच लिया था और मुझे कबड्डी देखना पसंद है ऐसे में जब मैं कैच लेता हूं तो उसे अच्छे से सेलिब्रेट करता हूं जिससे मेरा ये अंदाज हो गया है। गौरतलब हो की धवन के लिए आईपीएल का यह सीजन भी शानदार रहा था, उन्होंने इस सीजन 497 रन बनाए थे।