प्रोटियाज टीम को प्रैक्टिस कराने आए थे अख्तर-
जैसा कि रावनपिंडी एक्सप्रेस ने याद किया है, कर्स्टन नेट्स में उनका सामना करने के बाद युवा अख्तर को पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम में देखना चाहते थे। इस घटना के तीन साल बाद 1997 में शोएब अख्तर को टीम में मौका दिया गया था।
शोएब अख्तर ने कहा ये वो समय था जब वे अपने सबसे बेहतरीन परफारमेंस में थे, वे पीक पर थे और पाकिस्तान के लिए खेलने का मौका ना मिलना का मतलब था इस दौर को जाया कर देना।
कर्स्टन से पहले ही कहा था- आप मुझे याद रखोगे
"मैं दक्षिण अफ्रीका के लिए एक नेट गेंदबाज बन गया। तो दक्षिण अफ्रीकी मेरे पास आए, मुझे बहुत स्पष्ट रूप से याद है, गैरी कर्स्टन और जोंटी रोड्स नाम के वे सज्जन हैं। उन्होंने कहा, 'क्या आप हमारे खिलाफ एक अच्छे नेट तेज गेंदबाज बनना चाहेंगे?' मैने उनसे कहा- जी सर, मैं ये कर सकता हूं। और उसके बाद आप याद रखोगे कि एक दिन मैं आपके खिलाफ खेल रहा हूंगा तब उन्होंने कहा कि अच्छा ऐसी बात है तो मैंने कहा- आप लोग एक बार मेरा सामना कर लो।
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"मैंने इसके बाद गैरी कर्स्टन की एक-दो गेंदें फेंकीं और उन्होंने कहा, 'ओह माय लॉर्ड, आपको नेट्स की बजाय टीम में होना चाहिए था।" अख्तर ने कहा फिर मैंने उनसे पूछा कि क्या मैं एक महान बॉलर बनने लायक हूं तो उन्होंने कहा, ‘आप मुझसे मजाक कर रहे हैं। मैं पाकिस्तान के ड्रेसिंग रूम में आपके लिए बात करने जा रहा हूं कि आपको खेलना चाहिए, 'अख्तर ने बताया कि इसके बदले पाकिस्तान ने उनके साथ ये किया कि पूरे चार साल बाद मौका दिया। और इस तरह से उन्होंने अपना पीक समय गंवा दिया। अख्तर ने टेस्ट मैच स्पेशल पॉडकास्ट पर कहा।
अख्तर ने कहा- मेरा बेहतरीन दौर बेकार चला गया
हालांकि बाद में शोएब अख्तर जितना भी क्रिकेट खेल पाए वह सबसे तेज गेंदबाज साबित हुए। उन्होंने 1997 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट और 1998 में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे में पदार्पण किया था। अपने शानदार करियर के दौरान, वह बल्लेबाजों के लिए दुःस्वप्न बने रहे, और 178 टेस्ट, और 247 एकदिवसीय विकेटों के साथ उन्होंने इंटरनेशनल करियर समाप्त किया। उन्हें आखिरी बार मार्च 2011 में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक्शन में देखा गया था।