मुंबई: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की 88 वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) रविवार (1 दिसंबर) को आयोजित की जाएगी। माना जा रहा है इस बैठक मे अध्यक्ष और सचिव और अन्य पदाधिकारियों के लिए 'कूलिंग-ऑफ पीरियड' में छूट का मामला टॉप एजेंडे पर रह सकता है।
इसके अलावा एपेक्स काउंसिल यानी शीर्ष परिषद आज सभी प्रस्तावित परिवर्तनों पर चर्चा करने के लिए बैठक करेगी, लेकिन अंतिम कॉल कल एजीएम में ही लिया जाएगा। यह सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष कार्यकाली की पहली एजीएम हो रही है।
अगर संशोधन लागू हो जाता है, तो बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली लगातार दो बार बोर्ड की बागडोर संभाल सकेंगे।
वर्तमान संविधान के अनुसार, गांगुली को अगले साल जुलाई-अगस्त में तीन साल के कूलिंग-ऑफ की अवधि के लिए जाना होगा, क्योंकि वह लगभग पांच वर्षों के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) के पदाधिकारी थे।
क्रिकेट सलाहकार समिति में हो सकती है सचिन और लक्ष्मण की वापसी
बीसीसीआई के संविधान के अनुसार, नियम और कानून एजीएम में उपस्थित सदस्यों के 3/4वें बहुमत से संशोधित किए जा सकते हैं। लेकिन संशोधनों को अमल में लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी की भी जरूरत होती है।
बीसीसीआई ने अयोग्यता से संबंधित क्लॉज में भी संशोधन की मांग की है। यह इस बात से संबंधित है कि यदि कोई व्यक्ति किसी आपराधिक मामले में संलिप्त है तो उसके साथ कैसा व्यवहार किया जाएगा।
वर्तमान संशोधन के अनुसार, कोई भी व्यक्ति कानून की अदालत द्वारा आरोपित किए जाने पर पद धारण नहीं कर सकता है। लेकिन संशोधन का कहना है कि प्रतिबंध केवल तभी लगाया जाना चाहिए जब व्यक्ति को तीन साल या उससे अधिक समय के लिए जेल दी हो।
इन सब बातों के अलावा एजीएम में क्रिकेट सलाहकार समिति के गठन को लेकर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। फिलहाल इस समिति में सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गजों के लौटने की उम्मीद जताई जा रही है।