मुंबई। एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के बीच की तल्खी सामने आई है। भले ही दोनों बार-बार कहें कि दोनों के बीच में सब ठीक है, मतभेद या मनभेद नहीं है लेकिन फिर भी दोनों समय-समय पर अपने हाव-भाव से ये जता देते हैं कि दोनों के बीच में कुछ भी सही नहीं है। धोनी से नफरत और कोहली से मोहब्बत पर... जानिए क्या कहा शास्त्री ने?
इस बात का ताजा प्रमाण है, रवि शास्त्री की बेस्ट कप्तानों वाली लिस्ट, जिसमें गांगुली को शामिल नहीं किया गया है, हालांकि उन्होंने इस लिस्ट में धोनी को शामिल किया है और उन्हें 'दादा कप्तान' के नाम से संबोधित भी किया है।
धोनी को बताया 'दादा कप्तान'
आवाज के धनी और अपने वक्त के हैंडसम खिलाड़ियों में शूमार रवि शास्त्री ने धोनी को अपनी लिस्ट में बेस्ट कप्तान कहकर सलाम किया है और कहा है कि धोनी ने कई मुकाबले जीते हैं और कोई भी उसके करीब नहीं आ सकता। वह भारत के सबसे कामयाब कप्तान हैं। वह कभी पद के पीछे नहीं भागे। उन्होंने कभी निजी उपलब्धियों का पीछा नहीं किया। अगर ऐसा होता तो वह 94 टेस्ट खेलने के बाद ऑस्ट्रेलिया में रिटायर नहीं होते।
शास्त्री खुद थे धोनी के आलोचक!
शास्त्री की इस बात पर धोनी के प्रशंसकों को काफी अजीब लग सकती है क्योंकि लंबे अरसे से कहा जा रहा था कि शास्त्री ही वो पहले इंसान हैं जो कि चाहते थे कि धोनी की जगह विराट कोहली को कप्तान बना दिया जाए। फिलहाल नए नवेले कप्तान विराट के बारे में शास्त्री ने लिखा है कि कोहली को अभी लंबा सफर तय करना है।
1983 का विश्व कप जितवाने वाले कपिल देव नंबर 2 पर
शास्त्री की लिस्ट में कपिल देव दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने कहा, 'इस सूची में शामिल बाकी नाम धोनी से काफी दूरी पर हैं। इसमें भारत को 1983 का विश्व कप जितवाने वाले कपिल देव शामिल हैं, जिनकी वजह से हम इंग्लैंड में 1986 की टेस्ट सीरीज जीते।
टाइगर (पटौदी).. बस नाम ही काफी है
अजीत वाडेकर का दौर वनडे क्रिकेट की शुरुआत से पहले का दौर था- जब हम 1971 में वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती। और बेशक, अपने अंदाज के लिए टाइगर (पटौदी)। बाकी और कोई नहीं।