नई दिल्ली। पूर्व ऑस्ट्रेलिया कप्तान स्टीव स्मिथ ने बॉल टेम्परिंग कांड के बाद की जिंदगी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। स्मिथ ने स्वीकार किया है कि दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़खानी विवाद के बाद वह चार दिन तक रोते रहे। उन्होंने कहा कि जज्बात जाहिर करने में कोई बुराई नहीं है। आपको बता दें कि स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर उस घटना के बाद एक साल का और कैमरन बेनक्रोफ्ट पर 9 महीने का प्रतिबंध लगाया गया है। तीनों खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट से बैन हैं।
हालांकि वे जल्द ही कनाडा टी20 लीग में खेलते नजर आएंगे। फिलहाल स्मिथ सामुदायिक सेवा कर रहे हैं जो उन्हें बतौर सजा के तौर पर करनी है। स्मिथ ने सोमवार को लड़कों के एक स्कूल में मानसिक स्वास्थ्य के लिये काम कर रही चैरिटी कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने बच्चों से कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो मैं चार दिन तक रोता रहा। मैं मानसिक रूप से संघर्ष कर रहा था और यह सबसे कठिन दौर था।' स्मिथ ने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि परिवार और दोस्तों का साथ मिला और वह बच्चों को संदेश देना चाहते हैं कि जज्बात जाहिर करने में कोई बुराई नहीं है।
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ व उप कप्तान डेविड वॉर्नर के अलावा टीम के बल्लेबाज कैमरून बेनक्राफ्ट गेंद से छेड़छाड़ के मामले में पकड़े गए और फिर दोषी करार दिए गए थे। मैच के दौरान जब ऑस्ट्रेलियाई टीम फील्डिंग कर रही थी तब केमरून बेनक्रॉफ्ट ने अपनी पैंट से सैंडपेपर निकालकर गेंद से छेड़छाड़ करने की कोशिश की।
जब अंपायरों को इस बात का पता चला तो बेनक्रॉफ्ट ने किसी भी तरह के आरोपों से इनकार कर दिया। लेकिन जैसे ही अंपायर इधर उधर हुए बेनक्रॉफ्ट ने वो सैंडपेपर निकालकर अपनी पैंट के अंदर डाल लिया। ये सारी घटना कैमरे में कैद हो गई। जिसके बाद आइसीसी ने इन खिलाड़ियों पर मैच बैन की सजा दी लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कड़ा रुख अपनाते हुए वार्नर और स्मिथ को एक-एक वर्ष का बैन लगा दिया साथ ही कैमरून पर 9 महीने का बैन लगाया था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के लगाए बैन के अनुसार अब डेविड वार्नर कभी भी भविष्य में ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान नहीं बन सकते हैं। वहीं स्मिथ दो साल तक टीम की कप्तानी नहीं कर पाएंगे। खुद इन तीनों खिलाड़ियों ने मीडिया से समक्ष रोते हुए अपना गुनाह कबूल किया था।