नई दिल्ली। लगभग एक साल बाद टीम इंडिया में वापसी करने में सफल रहे धाकड़ क्रिकेटर सुरेश रैना बेहद खुश नजर आ रहे हैं। इससे पहले पिछले साल फरवरी में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी बार इंटरनेशनल मैच खेला था, जहां उन्होंने अर्धशतक जमाया। मगर फिटनेस को लेकर हुई समस्या के कारण चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज किया। हालांकि अब वे टीम के लिए सबसे छोटे फॉर्मट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
अभी हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया दिए इंटरव्यू के में सुरेश रैना ने टीम इंडिया के पूर्व महान कप्तान राहुल द्रविड़ को अपना सबसे बड़ा सपोर्ट बताया। उन्होंने कहा कि वो राहुल द्रविड़ ही थे, जिन्होंने उन्हें जिंदगी जीने का तरीका बताया और यह भी बताया कि एक खिलाड़ी होते हुए कैसा बर्ताव करना चाहिए। रैना ने बताया कि वह द्रविड़ के लिए अपनी जान भी दे सकते हैं। रैना ने ये भी बताया कि उनकी टीम इंडिया में दोबारा एंट्री के पीछे राहुल द्रविड़ का बड़ा हाथ है। रैना ने कहा कि द्रविड़ उनके बड़े भाई जैसे हैं।
रैना ने इंटरव्यू में कहा, 'उन्हें अपनी जिंदगी में सबसे ज्यादा मोटिवेशन टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और अंडर-19 टीम के कोच राहुल द्रविड़ से मिली है। द्रविड़ मेरे बड़े भाई की तरह हैं और मैं उनके लिए अपनी जान भी दे सकता हूं।'
रैना ने कहा- "हम लोग थे यूपी वाले देशी एकदम। पता नहीं था कैसे खाना है, कटलरी कैसे इस्तेमाल करनी है। बस ये पता था कि बॉल को मारना कैसे है। उनसे (द्रविड़) मिलने के बाद एक सलीका आया, एक तहजीब आई।"
एक वाकये को याद करते हुए रैना ने बताया कि द्रविड़ ने कैसे उन्हें प्रोत्साहित किया था। उन्होंने बताया कि वह इरफान पठान के साथ बैठे थे और अगले मैच में मौका नहीं मिलने की बात कर रहे थे। मैंने पठान से कहा कि पता नहीं कल का मैच खेलेंगे या नहीं। तब राहुल भाई ने हमें कहा कि फील्डिंग में अपना जलवा दिखाएं। मेरे ख्याल से मैंने उस दिन बेहतरीन प्रदर्शन किया और दो या तीन रनआउट किए। अगर राहुल भाई की तरह मोटिवेट करे तो हम तो ऐसे हैं कि अपनी जान भी दें दे।'