नई दिल्लीः टीम इंडिया के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने सोमवार को भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन पर बात की और कहा कि संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में चल रहे आईसीसी टी20 विश्व कप के दौरान अंतिम प्लेइंग इलेवन के चयन में ओस फैक्टर एक बड़ी भूमिका निभाएगा।
शास्त्री भारतीय टीम के साथ अपने अंतिम पड़ाव पर आ चुके हैं। ना वे खुद आगे कोच रहना चाहते हैं और ना ही बीसीसीआई ने उनके रोकने की उत्सुकता दिखाई है। टेस्ट मैचों में भारत के लिए काफी कुछ हासिल करके दे चुके शास्त्री ने कहा कि ओस कारक तय करेगा कि टीम एक अतिरिक्त सीमर या स्पिनर के साथ जाएगी या नहीं।
भारत अपने विश्व कप अभियान की शुरुआत 24 अक्टूबर को अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ करेगा।
वैसे तो अभ्यास मैच भी हो चुका है जहां भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले अभ्यास मैच में, केएल राहुल और ईशान किशन के शानदार अर्द्धशतक की मदद से सात विकेट से जीत दर्ज की।
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शास्त्री ने आधिकारिक प्रसारकों से बातचीत के दौरान भारत के पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता से कहा, "हम सिर्फ यह देखने की कोशिश करेंगे कि आसपास कितनी ओस है और उसी के अनुसार पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने का फैसला करेंगे। ये हमें अतिरिक्त स्पिनर या सीमर खेलने के बारे में फैसला करने में भी मदद करने जा रहा है।"
भारत को अपने सभी मैच शाम को खेलने हैं, जब ओस एक प्रमुख कारक बन जाती है। ओस जितनी ज्यादा होगी, स्पिनरों के लिए गेंद को पकड़ना उतना ही मुश्किल होगा, जिससे बल्लेबाजों के लिए स्ट्रोक खेलना आसान हो जाएगा।
शास्त्री ने कहा कि आईपीएल भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श तैयारी मैदान रहा है, जिनमें से अधिकांश अपनी-अपनी फ्रेंचाइजी के लिए नियमित हैं।
अभ्यास मैचों से मिलने वाले फायदे के बारे में पूछने पर शास्त्री ने कहा, 'हर कोई बल्लेबाजी कर सकता है, हर कोई गेंदबाजी कर सकता है। हम बस देखेंगे कि चीजें कैसे चलती हैं और एक संयोजन के आसपास काम करती हैं।"
भारत अपना दूसरा अभ्यास मैच 20 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलेगा।