टीम का हर खिलाड़ी है विस्फोटक बल्लेबाज
सुरेश रैना का मानना है कि टी20 विश्वकप में भारतीय टीम को पहली जिस टीम से बचकर रहना है वो है डिफेंडिंग चैम्पियन वेस्टइंडीज, जो कि दो बार इस प्रारूप का खिताब जीत चुकी है। वेस्टइंडीज ने 2016 विश्वकप में भारतीय टीम को सेमीफाइनल मैच में मात देकर बाहर भी किया था और बाद में इंग्लैंड के खिलाफ रोमांचक फाइनल जीतकर खिताब अपने नाम किया था।
दुबई में स्पोर्टस तक की ओर से आयोजित किये गये सलाम क्रिकेट कार्यक्रम में बात करते हुए सुरेश रैना ने कहा,'वेस्टइंडीज से बचकर रहना क्योंकि उनके पास जो टीम है वह बहुत निडर होकर क्रिकेट खेलती है। जब हम वेस्टइंडीज से खेलेंगे तो उनके खिलाफ भारत को विकेट चटकाने होंगे, खासतौर से पावरप्ले में, वेस्टइंडीज की टीम के पास पहले नंबर से लेकर 10वें नंबर तक ऐसे खिलाड़ी हैं जो कि बल्लेबाजी कर सकते हैं और बड़े छक्के लगा सकते हैं।'
इन दो टीमों से भी भारत को होगा बचना
सुरेश रैना ने इस दौरान जिन दो अन्य टीमों का नाम लिया वो हैरान करने वाला था, क्योंकि इस बल्लेबाज का मानना है कि श्रीलंका और अफगानिस्तान की टीमें ऐसी हैं जिससे भारतीय टीम को बचकर रहना चाहिये। सुरेश रैना का मानना है कि लोग इन टीमों को हल्के में ले रहे हैं और ज्यादा बात नहीं कर रहे हैं लेकिन उन्होंने जिस तरह से प्रदर्शन किया है वो डराने वाला है। उल्लेखनीय है कि श्रीलंका की टीम ने टी20 विश्वकप क्वालिफायर में अपने तीनों मैच जीतकर सुपर 12 के लिये क्वालिफाई कर लिया है। इतना ही नहीं जुलाई में भारत के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में भी श्रीलंका की टीम ने एकदम युवा टीम के दम पर जीत हासिल की थी।
इस वजह से भारत के लिये पैदा कर सकते हैं खतरा
सुरेश रैना का मानना है कि श्रीलंका की टीम के पास कई युवा और टैलेंटेड खिलाड़ी हैं जिनके बारे में लोगों को ज्यादा पता नहीं है, ऐसे में भारतीय टीम को उन्हें संभलकर खेलना होगा। वहीं अफगानिस्तान के लिये रैना का मानना है कि उनके पास बहुत शानदार स्पिनर्स हैं जो कि भारतीय टीम के लिये मुश्किलें पैदा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा,'विश्वकप में अफगानिस्तान और श्रीलंका जैसी टीमें भी हैं जिनके बारे में कोई ज्यादा बात नहीं कर रहा है। श्रीलंका ने इस साल जुलाई में भारत को टी20 सीरीज में हराया था और हमने उनके खिलाड़ियों को ज्यादा खेलते हुए देखा नहीं है। तो ऐसे में श्रीलंका और अफगानिस्तान की टीम भारत के लिये बड़ा खतरा बन सकती हैं, क्योंकि इन टीमों के पास जबरदस्त स्पिनर्स हैं जिन्हें यूएई की पिच से काफी मदद मिलेगी। भारत को इस टूर्नामेंट में मैच के हिसाब से आगे बढ़ना होगा और हर मैच के साथ जो सीखा उसे अगले मैच में इस्तेमाल करना होगा। हमें सकारात्मक सोच के साथ एक समय में सिर्फ एक मैच पर ही देना होगा ध्यान।'