नई दिल्ली। टोक्यो में पैरालंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ी अपना दम दिखाने के लिए तैयार हैं। भारतीय दल 25 अगस्त से अभियान की शुरूआत करेगा, लेकिन इससे पहले भारत के पूर्व महान क्रिकेटर ने देशवासियों को दिल जीतने वाला संदेश दिया है। अक्सर देखा गया है कि भारत में सबसे ज्यादा क्रिकेट को फोलो किया जाता है। ज्यादा पैसा भी क्रिकेटरों पर लुटाया जाता है। इसका कारण यह है कि यह लगातार चलता है, लेकिन ओलंपिक खेलों में भी भारतीय एथलीटों को उतना सम्मान देना अहम है जितना कि क्रिकेटरों को मिलता है। ऐसे में अब सचिन ने पैरालंपिक एथलीटों का हाैसला बढ़ाने के लिए देशवासियों से अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर इन्हें भी वैसा ही सम्मान दें जैसे ओलंपिक नायकों और अपने क्रिकेटरों को देते हैं ताकि हम एक बेहतर समाज बन सकें।
सचिन ने कहा, ''यह पैरालिंपिक का समय है और मैं सभी भारतीयों से अपील करना चाहता हूं कि टोक्यो में हमारे 54 एथलीटों के दल का समर्थन करें। मेरा हमेशा से मानना रहा है कि ये महिला और पुरुष विशेष योग्यता वाले एथलीट नहीं हैं। बल्कि, वे असाधारण क्षमता वाली महिलाएं और पुरुष हैं जो हम में से प्रत्येक के लिए वास्तविक जीवन के नायक हैं। उनकी यात्रा एक आंख खोलने वाली है कि महिलाएं और पुरुष जोश, प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के साथ क्या कर सकते हैं और हम में से प्रत्येक के लिए प्रेरणा के रूप में काम करते हैं।''
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उन्होंने कहा, ''मेरा हमेशा से मानना रहा है कि अगर हम अपने पैरालंपिक एथलीटों को उसी तरह सम्मान सकते हैं जैसे हम अपने ओलंपिक नायकों और अपने क्रिकेटरों को देते हैं, तो हम एक बेहतर समाज बन सकते हैं। और यह केवल पदक विजेताओं के बारे में नहीं है। पैरालिंपिक में भाग लेने वाले 54 में से हर एथलीट पदक नहीं जीत पाएगा। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि हम उन सभी का जश्न मनाएं। हमें प्रक्रिया का जश्न मनाने की जरूरत है, न कि केवल परिणाम की। तभी हमारे खेल में वास्तविक परिवर्तन होगा।''
सचिन ने आगे कहा, ''मैं पढ़ रहा हूं कि इस बार हम 10 से अधिक पदक जीत सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि हम और जीतेंगे। रियो में हमने 4 पदक जीते। यदि यह 10 तक जाते हैं तो यह एक महत्वपूर्ण वृद्धि है जिसे हम सभी को मनाना चाहिए। मैं प्रत्येक एथलीट को समान रुचि के साथ देखूंगा, चाहे वो पोडियम पर पहुंचते हैं या नहीं। उनमें से प्रत्येक महान रोल मॉडल हैं और उन्हें भारत के लिए प्रदर्शन करते हुए और तिरंगे के लिए यह सब करते देखना अपने आप में देश के लिए एक बड़ी संतुष्टि की भावना है।'' उन्होंने कहा, ''इस साल भारत को पैरालिंपिक में शामिल होते हुए देखकर मुझे बहुत खुशी हुई है। मैं पैरालिंपिक को उतनी ही तीव्रता से देखूंगा जैसे मैंने ओलंपिक के लिए किया था। मैं आप सभी से ऐसा करने का आग्रह करता हूं और हमारे प्यारे भारत के लिए जयकार करता हूं।''