नई दिल्ली। भारतीय ऑलराउंडर विजय शंकर विश्व कप के लिए जाने वाली भारतीय टीम का हिस्सा होने के लिए बड़े दावेदारों में से एक हैं। हाल में ही शंकर ने शानदार प्रदर्शन करके चयनकर्ताओं के अलावा टीम प्रबंधन का भी काफी भरोसा हासिल किया होगा। भारत को अब अगली सीरीज घरेलू मैदानों पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलनी है जो 24 फरवरी से दो मैचों की टी-20 सीरीज के रूप में शुरू होगी। इसके अलावा पांच मैचों की वनडे सीरीज भी दोनों देशों के बीच होगी जो 2 मार्च से शुरू होगी। न्यूजीलैंड दौरे पर बढ़िया प्रदर्शन करने वाले शंकर का पूरा फोकस फिलहाल इस सीरीज पर है।
स्वदेश लौट चुके शंकर ने न्यूजीलैंड दौरे पर सीनियर खिलाड़ियों के साथ बिताए अपने पलों को यादगार और सपनों सरीखा बताया है। खासकर महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ी को मैच की तैयारी करते हुए देखना शंकर के लिए कभी ना भूलने वाला अनुभव रहा। शंकर ने धोनी की मानसिकता से भी जबरदस्त सीख ली है जो उनको दुनिया का सबसे बेहतरीन मैच फिनिशर बनाती है। शंकर ने कहा, 'धोनी को लक्ष्य का पीछा करते हुए देखकर मैंने काफी कुछ सीखा। मैंने विशेषकर लक्ष्य का पीछा करते हुए पारी को आगे कैसे बढ़ाना है, इसको लेकर काफी कुछ सीखा।'
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शंकर ने बताया धोनी, विराट और रोहित जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम को साझा करना सपने सरीखा था। सीनियर खिलाड़ियों को केवल मैच की तैयारियां करते हुए देखना ही सीख है। इसके अलावा नंबर तीन पर बल्लेबाजी के लिए भेजे जाने पर शंकर ने बताया, 'मैं हैरान था लेकिन खुश भी था कि मुझे नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने के लिए कहा गया है। मुझे सीरीज शुरू होने से पहले ही बता दिया था कि मुझे नंबर 3 पर बैटिंग करने के लिए भी कहा जा सकता है।' वहीं, कीवीलैंड में तीसरे टी-20 मैच में मिली हार से निराश शंकर ने माना है कि उनके पास उस समय और ज्यादा रन बनाने का एक अच्छा मौका था और उनको तेजी से सीखने और लगातार अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है।