नई दिल्ली। टीवी शो कॉफी विद करण में विवादित बयान देने वाले केएल राहुल और हार्दिक पांड्या को लेकर विवाद लगातार जारी है। दोनों को ऑस्ट्रेलिया से स्वदेश भारत भेजने को भी कहा गया है साथ ही दोनों को टीम से निष्कासित भी कर दिया गया है। हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर की माने तो इस मामले में सीओए चीफ विनोद राय ने ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रही वनडे सीरीज के दूसरे मैच तक इन दोनों खिलाड़ियों को सजा सुनाने की बात कही है।
बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी को पत्र लिखते हुए विनोद राय ने शुक्रवार को भेजे गए सस्पेंशन नोट के बाद इन खिलाड़ियों के खिलाफ जल्द से जल्द जांच पूरी कर दूसरे वनडे मैच तक निर्णय सुनाने को कहा है। सीईओ का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया में अब सिर्फ 13 भारतीय खिलाड़ी ही रह गए हैं। इन खिलाड़ियों की जांच दूसरे वनडे तक खत्म हो जानी चाहि ताकि हम टीम से खिलाड़ियों के बारे में भी राय ले सकें।
लीगल टीम की सलाह पर विनोद राय ने एड हॉक के तौर पर लोकपाल नियुक्त करने का फैसला लिया है। उनका कहना है कि जांच को लेकर लीगल टीम से सलाह के बाद ही फैसला लिया जाना चाहिए।
हालांकि बोर्ड मेंमबर्स विनोद राय के इस सलाह पर खुश नहीं हैं। डायना एड्युल्जी का कहना है कि इस मामले में लोकपाल नियुक्त करना सही नहीं है।सीओए को अपने सदस्यों के साथ ही मामले पर फैसला लेना चाहिए । संविधान हमे इस बात की इजाजत नहीं देता। मामले पर फैसला सीओए अपने सेक्रेटरियों के साथ ले सकता है। जल्दबाजी में कोई गलत फैसला नहीं लेना चाहिए।
सीईओ नहीं करें जांच: डायना एड्युल्जी ने राहुल जौहरी के जांच करने की बात का भी विरोध किया है। एड्युल्जी का कहना है कि जिसपर खुद सेक्सुअर आरोप है वह इस मामले की जांच कैसे कर सकता है।ऐसे में सीईओ का जांच करना तर्कसंगत और न्यायपूर्ण नहीं होगा।
इन दो खिलाड़ियों की जगह को लेकर जल्द से जल्द टीम में किसी और खिलाड़ी को शामिल किया जा सकता है।
बता दें कि सीओए की लीगल टीम का कहना है कि टीम एड हॉक लोकपाल नियुक्त किया जाएगा और वही इस मामले की जांच करेगा।