नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नागपुर में दूसरा वनडे मैच अपने रोमांच के चरम पर पहुंचकर भारत की 8 रनों की जीत के साथ समाप्त हो गया। इसी के साथ यह भारत की इस पांच मैचों की इस सीरीज में लगातार दूसरी जीत है। भारत की इस जीत में विराट कोहली के 40वें शतक के अलावा विजय शंकर के ऑलराउंडर प्रदर्शन का भी खास योगदान रहा। शंकर ने इस मैच में भारतीय गेंदबाजी का अंतिम ओवर किया था। इस ओवर में कंगारूओं को जीत के लिए 11 रनों की दरकार थी और मार्कस स्टोइनिस जैसा बल्लेबाज अर्धशतक बनाकर क्रीज पर मौजूद था। यानी कुछ भी हो सकता था।
तब कोहली के पास जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी में से किसी से भी गेंदबाजी कराने का विकल्प नहीं था। ऐसे में अंतिम ओवर की महत्वपूर्ण कमान सौंपी गई अपने पहले ही ओवर में 13 रन पिटवाने वाले विजय शंकर को। शंकर ने गजब की जीवटता का परिचय दिया और बाद में क्या हुआ यह सब जानते ही है। अब मैच के बाद कप्तान कोहली ने उन हालातों का खुलासा किया जिनमें शंकर को अंतिम ओवर में गेंदबाजी कराने की योजना बनाई गई थी।
नागपुर ODI : 3 गेंद में 2 विकेट लेकर कैसे जीत के HERO बने विजय शंकर
जी हां, शंकर को अंतिम ओवर में गेंदबाजी सौंपने की योजना का खाका तो काफी पहले ही खींचा जा चुका था। कोहली ने बताया है कि उन्होंने मैच की परिस्थितियों के बारे में महेंद्र सिंह धोनी और उपकप्तान रोहित शर्मा से बात की। कोहली ने कहा, 'मैं विजय शंकर या जाधव से 46वां ओवर कराने के बारे में सोच रहा था। ऐसे में मैंने रोहित और धोनी से इस बारे में बात की। हमने सोचा की अगर बुमराह और शमी विकेट लेने में कामयाब रहेंगे तो हम मैच में बने रहेंगे और यही हुआ।' बता दें इसके बाद बुमराह और शमी ने ही गेंद करना जारी रखा था। इसके अलावा कोहली ने शंकर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने गेंद को सही जगह डाला और बल्ले के साथ भी अच्छा योगदान दिया।