नई दिल्ली। आईपीएल के इस सीजन में जिस तरह से दिल्ली कैपिटल्स के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का खराब प्रदर्शन जारी है, उसके बाद दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने बड़ा फैसला लिया। पोंटिंग ने शॉ को प्लेइंग इलेवन से हटाते हुए शनिवार को कोलकाता नाईट राइजर्स के खिलाफ मैच में अजिंक्या रहाणे को टीम में जगह दी। बता दें कि पिछले तीन मैचों में से दो मैच में शॉ बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे। दिल्ली की टीम के ऐलान के बाद सेहवाग ने कहा कि पोंटिंग का यह फैसला ठीक है कि पृथ्वी शॉ को क्रिकेट से ब्रेक दिया। इस दौरान सहवाग ने अपने साथ हुए एक वाकये को भी साझा किया है।
सहवाग ने कहा कि पोंटिंग आने वाले समय में भी पृथ्वी शॉ का समर्थन करेंगे, लेकिन शॉ इस समय खराब दौर से गुजर रहे हैं, वो फॉर्म में नहीं हैं, उन्हें खराब फॉर्म के चलते टीम से बाहर किया गया है। कभी-कभी बल्लेबाजों की सोच बदल जाती है और उसे लगता है कि वो जो कुछ भी कर रहा है उसके पक्ष में नहीं जा रहा है। लिहाजा ऐसे समय में या तो आप ब्रेक लेते हैं या फिर कोई आपको ब्रेक देता है, यह हर किसी के हित में है। मैं अपने साथ हुए वाकये की बात करूं तो 2006 में मैं रन नहीं बना पा रहा था। लेकिन फिर भी राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली ने मुझे टीम में रखा। मैं उन्हें बताता रहा कि मैं परफॉर्म नहीं कर पा रहा हूं। मैं रन नहीं बना पा रहा हूं।
सहवाग ने कहा कि मैंने उस वक्त कहा कि मुझे ब्रेक दीजिए, लेकिन उन्होंने मुझे ब्रेक देने की बजाए मुझे एक सीरीज में कप्तान बना दिया गया। खिलाड़ी की सोच और मानसिक स्थिति बहुत ही अहम होती है। अगर आप भ्रमित हैं और आप रन नहीं बना पा रहे हैं और आपके पास रन बनाने का कोई विकल्प नहीं है। इसलिए यह समय ठीक है कि क्रिकेट से ब्रेक लिया जाए ताकि आप समझ सके कि कैसे बल्लेबाज को लिया जाए और आप दूसरी टीम के खिलाफ कैसे योजना बनाते हैं। लिहाजा ब्रेक हमेशा काम आता है। लिहाजा रिकी पोंटिंग का फैसला बिल्कुल सही है कि उन्होंने शॉ को ब्रेक दिया। बता दें कि शॉ की जगह टीम में शामिल हुए रहाणे कुछ खास नहीं कर सके और पहली ही गेंद पर शून्य पर आउट हो गए। केकेआर के खिलाफ मैच में दिल्ली की टीम को 59 रन से हार का सामना करना पड़ा।