अहमदाबाद। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी-20 मुकाबले में टीम इंडिया की जीत के हीरो रहे ईशान किशन की हर तरफ तारीफ हो रही है। टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी उनकी जमकर तारीफ की है, साथ ही उन्हें यह सलाह दी है कि वह मैच को जिताकर लौटने की आदत डालें। सहवाग ने कहा कि ईशान किशन से जो पारी खेली वह जबरदस्त थी, जब भी टॉप ऑर्डर अच्छी बल्लेबाजी करता है तो दबाव कम कर देता है। ईशान की अच्छी बात यह है कि वह यह कतई सोचकर बल्लेबाजी नहीं कर रहे थे कि वह अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे हैं। वह आईपीएल के अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्होंने जो पारी खेली, सबके ऊपर से दबाव को हटा लिया।
सहवाग ने कहा कि ईशान किशन ये सोचकर खेल रहे थे कि आईपीएल में खेल रहे हैं और इसी तरह के शॉट लगा रहे थे, वो इन्हीं गेंदबाजों को आईपीएल में खेलते हैं। अगर आप ये सोचकर खेलते हैं कि आपका पहला अंतरराष्ट्रीय मैच तो खिलाड़ी थोड़ा डरा और सहमा खेलता है,लेकिन ईशान किशन ने ऐसा नहीं किया। कप्तान कोहली की तारीफ करते हुए सहवाग ने कहा कि कप्तान कोहली खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाते हैं, जब कप्तान आपके कंधे पर हाथ रखता है तो खिलाड़ी सोचता है कि कप्तान में मेरे कंधे पर हाथ रखा है तो मुझे रन बनाकर उसे खुश करना है। ईशान किशन के लिए बहुत अच्छी बात यह है कि कप्तान ने उन्हें ब्रेक दिया, उनका साथ दिया, बीच-बीच में बता रहे थे कि कैसे इनिंग को लंबी करना है, शॉट को नहीं रोकना है और इनिंग का आनंद उठाना है।
वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि ऋषभ पंत और ईशान किशन को यह सीखना चाहिए कि अगर आपका दिन अच्छा हो तो आपको नाबाद वापस लौटना चाहिए। सहवाग ने कहा कि यह सचिन तेंदुलकर करते थे, जब उनका दिन होता था तो वह आउट नहीं होते थे। वो मुझे भी कहते थे कि अगर आज अच्छा दिन है तो पूरा खेलकर जाओ, नॉट आउट रहो, रन बनाओ क्योंकि कल आपक दिन कैसा रहेगा, आप कितने रन बनाओगे या नहीं बनाओगे नहीं पता है। लेकिन अगर आप आज अच्छा खेल रहे हो, गेंद आपको फुटबॉल नजर आ रही है तो दिन का सही इस्तेमाल करो, नॉट आउट जाओ, टीम को जिताओ। खासकर जब पंत बल्लेबाजी कर रहे थे तो एक ओवर में एक चौका और छक्का लगा चुके थे, लिहाजा अगर वो थोड़ा इंतजार करते तो शायद मैच जिताकर वापस जा सकते थे।
इसे भी पढ़ें- शादी के बंधन में बंधे जसप्रीत बुमराह-संजना गणेशन, सोशल मीडिया पर बधाईयों का लगा तांता