नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 वर्ल्ड कप का फाइनल भला कौन भूल सकता है। इस रोमांचक मैच में भारत ने पाकिस्तान को करीबी मुकाबले में हराकर पहली बार टी-20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था। इस मैच में दर्शकों के लिए काफी कुछ था क्योंकि उन्हें समय-समय पर ट्विस्ट और टर्न देखने को मिल रहे थे। यहां टीम इंडिया को आखिर में धोनी की कप्तानी में जीत मिली। बता दें कि एक समय ऐसा भी था जब मिस्बाह उल हक की कप्तानी में पाकिस्तान की टीम का पलड़ा भारी था। भारत के ऑफ स्पिनर हरभजन ने उस समय का एक किस्सा शेयर किया है।
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ईएसपीएनक्रिकइंफो के 'क्रिकेट मंथली' से बात करते हुए हरभजन सिंह ने उस ओवर को याद किया जब फाइनल मैच में पाकिस्तान की सबसे बड़ी उम्मीद मिस्बाह उल हक ने उनके ओवर में तीन छक्के जड़ दिए थे। यह पारी का 17वां ओवर था और हरभजन ने इस ओवर में 19 रन लुटा दिए थे और मैच लगभग पाकिस्तान की झोली में आ गया था। अपने करियर के बारे में बात करते हुए भज्जी ने कहा कि उनके करियर में कुछ ही मैच ऐसे हुए हैं जब उन्हें टेंशन महसूस हुई हो। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 विश्व कप का यह फाइनल मैच ऐसे ही मैचों में से एक था।
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39 साल के इस स्पिनर ने बताया कि उस ओवर में पहला छक्का खाने के बाद वो काफी प्रेशर में आ गए थे। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि आगे क्या करना हैं। वो बस अपना ओवर खत्म करना चाह रहे थे। हरभजन सिंह ने इसके अलावा इस बात का भी खुलासा किया कि उस ओवर में उनकी मिस्बाह उल हक के खिलाफ क्या रणनीति थी। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा यॉर्कर गेंद फेंकने पर मुझे काफी सफलता मिली थी। यह रणनीति में मिस्बाह उल के खिलाफ भी आजमाना चाहता था। भज्जी की यह स्टेटेजी यहां काम नहीं आई, जिससे उन पर प्रेशर काफी बढ़ता गया। यही कारण है कि उन्होंने उस ओवर में काफी रन लुटा डाले।