1. खराब गेंदबाजी
भारत का कोई भी गेंदबाज कीवी बल्लेबाजों पर लगाम कसने में सफल नहीं हो पाया। ना ही स्पिन का जादू देखने को मिला और ना ही तेज गेंदबाजों का। अहम तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने 4 ओवर में 11.75 की इकाॅनोमी रेट से 47 रन लुटा दिए। वहीं जसप्रीत बुमराह की जगह शामिल खलील अहमद ने सबकी उम्मीदों पर पानी फेरते हुए 12 की इकाॅनोमी रेट से 48 रन लुटा दिए। वनडे सीरीज में कीवीयों को अपनी उंगली पर नचाने वाले युजवेंद्र चहल भी फीके पड़ते दिखाई दिए। उन्होंने 35 रन लुटाए, जबकि पांड्या ब्रदर्स ने मिलकर 88 रन खर्च कर दिए जिसकी बदाैलत भारत को बड़ा लक्ष्य मिला और न्यूजीलैंड को जीत।
2. टिम सेफर्ट की तूफानी पारी
हार का दूसरा कारण रहा टिम सेफर्ट। 24 वर्षीय विकेटकीपर सेफर्ट ने भारतीय गेंदबाजों की खूब क्लास लगाई। उन्होंने मिले जीवनदान का फायदा उठाया और 43 गेंदों में तेर्ज-तर्रार 84 रन ठोक डाले, जिसमें 7 चाैके और 6 छक्के शामिल रहे। ओपनिंग करने आए सेफर्ट ने आते ही कहर मचा दिया। उन्होंने खलील और भुवनेश्वर की गेदों पर काबिले-तारीफ शाॅट खेले। वहीं सेफर्ट की यह सर्वश्रेष्ठ पारी भी रही। इससे पहले उन्होंने खेले 8 मैचों में सिर्फ 42 रन बनाए थे जिसमें 14 सर्वश्रेष्ठ स्कोर था।
3. विकेट लेने के माैके गंवाना
भारत की हार का कारण उनकी खराब फिल्डिंग भी रही। आस्ट्रेलिया दाैरे पर चुस्त दिखने वाले खिलाड़ी इस मैच में सुस्त से दिखे। भारत को कई बार विकेट लेने के आसान माैके मिले लेकिन गंवा दिए जिसका फायदा कीवियों ने पूरी तरह से उठाया। क्रुणाल पांड्या मैच का पांचवां ओवर फेंकने आए। ओवर की तीसरी गेंद पर धोनी ने सेफर्ट का विकेट के पीछे कैच छोड़ दिया। यह कैच छोड़ना इतना महंगा पड़ा कि सेफर्ट ने अर्धशतकीय पारी खेल डाली। इसके बाद 11वें ओवर की आखिरी गेंद पर दिनेश कार्तिक ने फिर सेफर्ट को दूसरा माैका दे दिया। वहीं मैच का तीसरा कैच कार्तिक ने 17वें ओवर की तीसरी गेंद पर छोड़कर राॅस टेलर को जीवनदान दिया। टेलर ने 14 गेंदों में 23 रन बनाए जो भारत की हार का कारण बने।
5. खराब बल्लेबाजी
भारतीय बल्लेबाजों ने खराब बल्लेबाजी कर सबको निराश कर दिया। शिखर धवन और विजय शंकर ने जरूर तेज पारियां खेली लेकिन वह पारी को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके। वहीं हिटमैन रोहित शर्मा शुरूआती समय में ही दवाब में दिखने लगे। आलम यह रहा कि वह 5 गेंदों में 1 रन बनाकर चलते बने। वहीं दिनेश कार्तिक भी 5 रन बना सके। टीम ने 77 रनों पर ही 6 विकेट खो दिए और देखते ही देखते सभी खिलाड़ी 139 रन जोड़कर चलते बने।
5. पंत का फ्लाॅप प्रदर्शन
खुद को एडम गिलक्रिस्ट की तरह बनाने की सोच रहे विकेटकीपर रिषभ पंत भी जिम्मेदारी के साथ नहीं खेल सके। उनकी बल्लेबाजी ने फिर से सवाल उठा दिए। उनको समझना चाहिए कि काैन से समय में किस तरह बल्लेबाजी करनी चाहिए। पंत कीवी गेंदबाजों को समझने में समय ले रहे थे लेकिन देर ज्यादा हो गई और वह 10 गेंदों में महज 4 रन बनाकर टीम को मुसीबत में छोड़ते चले गए।