नई दिल्ली। केरल स्थित गुंटूर के जेकेसी कॉलेज मैदान पर खेले गए बीसीसीआई के अंडर-19 वनडे सुपर लीग मैच में नगालैंड की महिला टीम महज 2 रन पर ढह गई। क्रिकेट के इस बेहद शर्मनाक मैच को लेकर पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने अब बीसीसीआई पर ही तंज कसा है। महिला अंडर 19 मैच में नगालैंड के लचर प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर शुक्रवार (24 नवंबर) को बहुत नाराज हुए। उन्होंने कहा कि लोढ़ा समिति के सभी सुधार उचित नहीं है। उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढ़ा समिति ने बीसीसीआई में एक राज्य एक वोट की सिफारिश की थी जिसके कारण 41 बार के रणजी चैंपियन मुंबई ने वोटिंग अधिकार गंवा दिया जबकि सभी पूर्वोत्तर राज्यों को वोटिंग अधिकार मिला।
अनुराग ठाकुर ने ट्वीट करते हुए सुझाव दिया कि वोटिंग अधिकार की जगह इन राज्यों को बुनियादी ढांचे और खेल के विकास की जरूरत है। ठाकुर ने ट्वीट किया, 'क्रिकेट के ढांचागत विकास के बिना प्रत्येक राज्य को पूर्ण वोटिंग का अधिकार देने से खेल को नुकसान होगा। पूर्वोत्तर में क्रिकेट को इस तरह के शर्मसार तरीके की नहीं बल्कि निखारने की जरूरत है। #लोढासुधार @ बीसीसीआई।'
आधारभूत ढाँचा विकसित किए बग़ैर प्रत्येक राज्य के लिए पूर्ण मतदान का अधिकार क्रिकेट के लिए हानिकारक है। पूर्वोत्तर में क्रिकेट को अभी निखारने की ज़रूरत है,ना की इस तरह अपमानित करने की | pic.twitter.com/pgXmNZRr36
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) November 24, 2017
नगालैंड की महिला टीम की 10 खिलाड़ी अपना खाता भी नहीं खोल सकीं और 0 पर आउट हुईं। इसके अलावा टीम के 2 रन में से एक रन एक्स्ट्रा का रहा और जो एक मात्र रन बना वो रन ओपनर मेनका ने बनाया। मेनका ने 18 गेंदों में 1 रन बनाया। जब केरल की टीम जवाबी पारी खेलने आई, तो पहली ही गेंद पर, जो वाइड थी, चौका ठोंककर मैच जीत लिया। बता दें कि केरला की तरफ से मिन्नू मणी ने 4, सौरभ्य पी ने 2 और सैंड्रा सुरेन, बिबी सेबेस्टिम ने 1-1 विकेट हासिल किया। इस हिसाब से चेज करते हुए सबसे कम गेंदों में जीत हासिल करने का रिकॉर्ड केरल की टीम के नाम दर्ज हो गया।