क्या विराट बन पाएंगे बॉस-
ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर टॉस जीतने वाली टीमों ने सिर्फ 19 मैच जीते हैं जबकि 26 मैचों में हार मिली है वहीं एक मैच बारिश की वजह से रद्द हुआ है। यहां खेले गए 46 (जिसके परिणाम आए) मुकाबलों में 28 बार टीमों ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया है जो लगभग 61% है। इन 28 मुकाबलों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों में महज 10 बार टीमों को जीत मिली है।
क्या कहते हैं आंकड़े-
इस मैदान पर 27 बार चेज करते हुए टीमों को जीत मिली है वहीं महज 18 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने जीत का स्वाद चखा है। इसलिए इस मैदान पर टीम टॉस हारकर चेज करना पसंद करेगी। टीम इंडिया ने 2018 से अब तक 22 मैचों में से 16 मैच चेज कर जीते हैं,ओल्ड ट्रेफर्ड पर आखिरी तीन मुकाबले टॉस हारने वाली टीमों ने ही जीते हैं। इस मैदान पर अब तक कुल 47 मैच हुए हैं।
बल्लेबाज के लिए मुश्किल होगा मैनचेस्टर-
मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रेफर्ड क्रिकेट ग्राउंड बल्लेबाजों के लिए बहुत मुफीद नहीं है। इस पिच पर पहले बल्लेबाजी करते हुए औसत स्कोर 216 था जो 2010 के बाद 256 तक पहुंच गया। वर्ल्ड कप में अब तक बनी पिचों को देखकर कहा जा सकता है कि यहां भी हाई स्कोरिंग विकेट मिल सकता है। पहले इस मैदान पर 190 तक रन सफलता पूर्वक चेज किए जाते थे जो पिछले 9 सालों में घटकर 164 तक रह गया है।
VIDEO: वर्ल्ड कप में डेब्यू करने वाले विजय शंकर के लिए भारत आर्मी ने बनाया स्पेशल गाना