नई दिल्लीः भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी इरफान पठान ने कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल की दूसरी पारी में अधिक जिम्मेदारी के साथ बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। पठान ने कहा कि भारतीय बल्लेबाजों ने न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों की बाउंसरों पर पुल शाट लगाने का प्रयास किया जो दिखाता कि टीम में उस जज्बे की कमी थी जो टिके रहने के लिए जरूरी होता है।
भारत ने डब्ल्यूटीसी फाइनल के रिजर्व डे में डेढ़ सत्र में आठ विकेट गंवाए और अपनी दूसरी पारी में 170 रन पर आउट हो गया, जिसने मैच बचाने को समीकरण से लगभग बाहर कर दिया क्योंकि न्यूजीलैंड को शेष 53 ओवरों में केवल 139 रनों की आवश्यकता थी। कीवी आसानी से जीत भी गए।
इरफान ने स्टार स्पोर्ट्स के शो फॉलो द ब्लूज पर कहा, "भारतीय बल्लेबाज बाउंसरों पर बहुत सारे पुल शॉट लगा रहे थे, उनको अपने शरीर का उपयोग करना चाहिए था और यह प्रतिबद्धता की कमी को दर्शाता है। ये सवाल कठिन हैं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि भारतीय बल्लेबाजों के पास भविष्य में अपना जवाब देने की ताकत होगी। "
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न्यूजीलैंड ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 8 विकेट से लक्ष्य हासिल कर लिया। दो सबसे अनुभवी खिलाड़ी कप्तान केन विलियमसन और रॉस टेलर ने तीसरे विकेट के लिए 96 रन की अटूट साझेदारी की।
उन्होंने कहा, "कीवी बल्लेबाज दो विकेट के नुकसान पर 140 रन बनाने में सफल रहे, लेकिन हमारी भारतीय टीम ने समान स्कोर बनाते हुए आठ विकेट गंवा दिए।"
इरफान ने कहा कि उनकी दूसरी पारी की बल्लेबाजी निराशाजनक थी।
"मुझे लगता है कि पहली पारी शानदार रही, लेकिन दूसरी पारी में टीम इंडिया की बल्लेबाजी निराशाजनक रही। दूसरी पारी में गेंद उतनी स्विंग नहीं कर रही थी और भारतीय बल्लेबाज ज्यादा जिम्मेदारी से बल्लेबाजी कर सकते थे।"
ऋषभ पंत दूसरी पारी में 41 रन बनाकर भारत के सर्वोच्च स्कोरर थे। उनके बारे में बात करते हुए पठान ने कहा, "मैं एक बल्लेबाज के रूप में ऋषभ पंत की क्षमताओं से अवगत हूं और वह कैसे गेंदों को बहुत अच्छी तरह से हिट कर सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप एक तेज गेंदबाज को बाहर निकलकर मारते हैं - जिम्मेदारी की भावना की आवश्यकता थी।"