नई दिल्लीः भारत के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह पिछले साल युजवेंद्र चहल पर की गई टिप्पणी के चलते फिर सुर्खियों में हैं। युवराज पर इस टिप्पणी के कारण दोबारा एफआईआर दर्ज हो गई है। युवराज पर आरोप है कि उन्होंने चहल को जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करके पुकारा था। यह वाकया पिछले साल जून 2020 का है जब युवराज सिंह और रोहित शर्मा फेसबुक लाइव कर रहे थे।
तब युवराज सिंह ने चहल को जो बोला वह दलित सुमदाय में विरोध पैदा कर गया। तब एक दलित वकील ने 39 वर्षीय खिलाड़ी के ऊपर एफआईआर दर्ज कराई थी।
अब हरियाणा के हिसार में एक और प्राथमिकी (FIR) युवराज के नाम पर दर्ज हो गई है।
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लगभग 8 महीने के बाद, रविवार को हिसार जिले में एक दलित कार्यकर्ता ने पुलिस शिकायत दर्ज की, जिसमें अनुसूचित जाति और जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत युवराज की गिरफ्तारी और मामले को दर्ज करने की मांग की गई, जिसका उद्देश्य भेदभाव को रोकना है। एससी / एसटी एक्ट की धारा 3 (1) (आर) और 3 (1) (3) के अलावा आईपीसी की धारा 153, 153A, 295, 505 के तहत फर्स्ट इनफॉरमेशन रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई थी।
जब युवराज पर पहली एफआईआर दर्ज की गई थी तब उन्होंने तुरंत सोशल मीडिया पर अपने कमेंट के चलते माफी मांगने में भलाई समझी थी।
तब युवराज ने कहा था, "मैं समझता हूं कि जब मैं अपने दोस्तों के साथ बातचीत कर रहा था, तो मुझे गलत समझा गया, जो अनुचित था। हालांकि, एक जिम्मेदार भारतीय के रूप में मैं यह कहना चाहता हूं कि अगर मैंने अनजाने में किसी की भावनाओं या भावनाओं को आहत किया है, तो मैं इसके लिए खेद व्यक्त करना चाहता हूं। भारत और उसके लोगों के लिए मेरा प्यार शाश्वत हैं।"