|
पिछले फीफा की चैंपियन है जर्मनी
इस फीफा विश्वकप के मुकाबले में जर्मनी की टीम को ग्रुप एफ में शामिल किया गया है। इसके अलावा इस ग्रुप में मैक्सिको, स्वीडन, और साउथ कोरिया की टीम शामिल हैं। जर्मनी का पहला मुकाबला मेक्सिको से 17 जून को होना है। जो भारतीय समयामुसार रात 8.30 पर प्रसारित होगा। वहीं दूसरे मुकाबले में जर्मनी की टीम 23 जून को स्वीडन से भिड़ेगी। वहीं जर्मनी का तीसरा मुकाबला 27 जून को साउथ कोरिया से होना है।
फीफा रैंकिंगः 1
फीफा रिकॉर्डः जर्मनी की अगर बात करें तो जर्मनी की टीम पिछले फीफा विश्वकप 2014 में चैंपियन थी। इसके अलावा फीफा पर जर्मनी ने 4 बार कब्जा किया है (1954, 1974, 1990, 2014) और अपना लोहा मनवाया है।
स्टार खिलाड़ीः थॉमस मुलर, जोसुआ किमिच, टोनी क्रुज, मेसट ओजिल, टेर स्टेगन, मैट्स हमल्स, जोरोम बोटेंग, मैनुअल नॉयर, लेरॉय सैने। वहीं इस टीम के कोच पद की जिम्मेदारी जोएकिम लोउ संभाल रहे हैं।
|
क्वालीफाई मुकाबलों में भी रहा शानदार प्रदर्शन
अगर जर्मनी टीम के बारे में रूस में होने वाले इस फीफा विश्वकप की बात करें तो उसके लिए यह सफर भी बेहद शानदार रहा है। जर्मनी ने अपना शानदार प्रदर्शन दर्शाया है सभी यूरोपीय टीमों के साथ बेहतर खेलते हुए क्वालीफाई की राह आसान की है। डिफेंडिंग चैंपियन कोशिश में होगी की वो अपने इस चैंपियन होने के अंदाज को बरकरार रखे और कोच जोएकिम लोउ की भी यही मंशा होगी।
फीफा विश्वकप की अगर बात करें तो जर्मनी की टीम ने अपने क्वालीफाईन के 10 मैचों में जीत दर्ज की है औख करीब 39 गोल का अंतर भी बरकरार रखा है। इसके साथ ही इस टीम ने 2017 में कंफडेरेशन कप भी जीता है ऐसे में जर्मनी का सफर और तैयारी तो शानदार है लेकिव इस टीम के कोच के लिए हाल ही में हुए मैत्री मुकाबलों में जर्मनी को मिली हार एक बड़ी चिंता का विषय होगी।
|
अनुभव जर्मनी को बनाता है बहुत अलग
मजबूत है नेतृत्वः जर्मनी के कोच जोएकिम लोउ 12 सालों से अपनी टीम का हाथ मजबूती से पकड़े हुए हैं। 57 वर्षीय लोउ 2006 में इस टीम के कोच पद पर आसीन हुए हुए थे। उन्होंने अपने नेतृत्व में टीम को कई सफलताएं दिलाईं और साथ ही 2014 में फीफा का खिताब भी। लोउ ने अपनी टीम में बहुत बदलाव किए हैं और इसी के काऱण उनकी टीम इतना सशक्त प्रदर्शन कर रही है।
अनुभव भी बनाता है खासः डिफेंडिंग चैंपियन जर्मनी की अगर बात करें तो इस टीम में कई ऐसे खिलाड़ी है जो 2014 फीफा का हिस्सा रहे हैं। इनमें मुलर और टोनी क्रुज जैसे कुछ शानदार खिलाड़ी भी शामिल हैं। गौरतलब हो की मुलर इस टीम के बैक बोन हैं जो मैदान में हमेशा एक नई उर्जा के साथ उतरते हैं। वहीं ओजिल की अगर बात करें तो वो इस प्रतियोगिता के शानदार खिलाड़ियों में से एक हैं। अपने इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम अपनी हाल ही में हुई कुछ हार से जरूर निराश होगी। वहीं गोलकीपर और इस टीम के कप्तान मैनुअल नॉयर अभी हाल ही में एंजरी से उबरे हैं, और वो किसी भी क्वालीफाई मुकाबले का हिस्सा नहीं रहे हैं। हालांकि उन्होंने ऑस्ट्रिया के खिलाफ शानदार वापसी की थी लेकिन फिर भी टीम के लिए ये थोड़ा सोचने वाला पहलू जरूर है।
|
ये हो सकता है रिजल्ट
क्या हो सकता हैः (प्रेडिक्शन)
अगर जर्मनी की बात करें तो उसके शुरुआती 4 मैच वो आसानी से जीत सकते हैं। भले ही वो अभी हाल में कुछ मैत्री मुकाबले हार गए हों लेकिन उनके कोच और खिलाड़ी इसे चुनौती की तरह लेंगे और अपनी टीम को शानदार जीत दिलाएंगे। गौरतलब हो की जर्मनी का शुरुआती मैच मैक्सिको से जो होना है वो निर्णायक होगा जर्मनी के मूड को परखने के लिए।