जश्न में डूबे फ्रांस के राष्ट्रपति
जैसे ही इस मुकाबले की फाइनल बिशल बजी फ्रांस के राष्ट्रपति बिना किसी छाते के ल्युजिनिकी स्टेडियम में पहुंच गए और खिलाड़ियों के साथ जीत के जश्न में डूबे नजर आए वहीं पुतिन छाते के सहारे खड़े नजर आए पर मैक्रॉन इतने उत्साहित थे कि उन्हें इस बात का फर्क नहीं था कि वो भीग रहे हैं। वहीं जीत के बाद चेंजिंग रूम में भी खिलाड़ियों के साथ मैक्रॉन को जश्न मनाते देखा गया।
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हर गोल पर सीट से उठ जाते थे मैक्रॉन
जीत का अपना अलग ही मजा होता है। जब आपका देश जीतता है तो उसकी अनुभुति ही अलग होती है। बता दें कि 40 वर्षीय मैक्रॉन के साथ भी इस मुकाबले में ऐसा ही देखा गया। हर गोल पर मैक्रॉन अपनी सीट से खड़े होकर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते दिखे। बता दें कि मैक्रॉन खुद भी विश्वविद्यालय स्तर पर फुटबॉल के खिलाड़ी रह चुके हैं।
सोमवार को करेंगे खिलाड़ियों को सम्मानित
इस जीत के जश्न के बाद मैक्रॉन ने खिलाड़ियों से कहा कि वो जीत की ट्रॉफी के साथ फ्रांस आएं जहां सोमवार को पेरिस में वो खुद प्रेसिडेंशियल पैलेस में उन्हें सम्मानित करेंगे। गौरतलब हो कि इससे पहले फ्रांस की टीम 1998 में भी विश्वकप का खिताब अपने नाम कर चुका है। उस वक्त फ्रांस खुद आयोजक देश भी था।