मॉस्को। फीफा वर्ल्ड कप 2018 में मंगलवार को डेनमार्क और फ्रांस के बीच खेला गया मुकाबला बिना किसी गोल के ड्रॉ पर खत्म हुआ। हालांकि इस ड्रॉ का नतीजा ये निकला कि दोनों टीमें नॉकआउट में पहुंच गई हैं। मॉस्को के लुझनिकी स्टेडियम में मंगलवार को ग्रुप सी में फ्रांस और डेनमार्क ने ड्रॉ के साथ अंतिम 16 में जगह बना ली है। इस विश्व कप में 36 मैच बाद यह पहला मुकाबला रहा, जिसमें दोनों टीमें गोल करने में असफल रहीं। गौरतलब है कि विश्व कप इतिहास में डेनमार्क ने कभी 0-0 से ड्रॉ नहीं खेला था। ये पहला मौका है जब ये रिकॉर्ड बना।
ग्रुप स्टेज में फ्रांस पहले और डेनमार्क दूसरे स्थान पर रहा और इसके साथ ही दोनों टीमों ने आखिरी 16 में जगह बनाई। सोच्ची में हुए ग्रुप सी के दूसरे मैच में पेरू ने ऑस्ट्रेलिया को 2-0 से हरा दिया। पेरू की अगले दौर में पहुंचने की संभावनाएं पहले ही नहीं थीं, लेकिन उसकी जीत ने ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदें जरूर तोड़ दीं। खेल का पहला हाफ खत्म होने से ठीक पहले फ्रांस के ओलिवियर गेरार्ड काउंटर अटैक पर तेजी से गेंद लेकर डेनमार्क के गोल की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन मथियास जोर्गेनसन ने उन्हें पीछे से धक्का देकर रोकने की कोशिश की। इस पर मथियास जोर्गेनसन को यलो कार्ड देखना पड़ा। हालांकि 90 मिनट का खेल हो जाने के बाद भी कोई टीम गोल नहीं कर पाई। जिसके बाद 5 मिनट का इंजरी टाइम जोड़ा गया और मैच का नतीजा ड्रॉ निकला।
Lots of huffing and puffing, but.....
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Both sides progress to Round of 16. #DENFRA pic.twitter.com/NgPg6Edj6l
32 साल बाद यह पहला मौका है जब फ्रांस लगातार दो विश्व कप में दूसरे दौर में पहुंचने में सफल रहा है। इससे पहले वह 1982 और 1986 में भी अगले दौर में सफल रहा था। डेनमार्क 16 साल बाद दूसरे दौर में पहुंचा है। फ्रांस ने पिछले साल ग्रुप स्टेज में 25 जून को इक्वाडोर के खिलाफ मुकाबला 0-0 से ड्रॉ खेला था।
GROUP C.
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All eyes now turn to Rostov-on-Don & Saint Petersburg for #NGARG & #ISLCRO. pic.twitter.com/YU8Ki5kkDV